अपडेटेड 21 August 2024 at 19:46 IST

स्पिन खेलने में थोड़े पिछड़ गए... भारतीय बल्लेबाजों पर गंभीर के इस विदेशी कोच ने उठाए सवाल

भारत के असिस्टेंट कोच रयान टेन डोशेट ने भारतीय बल्लेबाजों की स्पिन खेलने की क्षमता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि भारतीय खिलाड़ी स्पिन खेलने में थोड़े पिछड़ गए हैं।

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भारतीय बल्लेबाजों पर असिस्टेंट कोच का बड़ा बयान | Image: PTI

Team India: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के सहायक कोच (Assistant Coach) रयान टेन डोशेट ने स्वीकार किया कि विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करने की इच्छा ने भारतीय बल्लेबाजों की स्पिन खेलने की क्षमता को प्रभावित किया है और उनका काम महत्वपूर्ण सत्र से पहले उन्हें फिर से इसमें निपुण बनाना है जिसमें पांच घरेलू टेस्ट भी शामिल हैं।

पारंपरिक रूप से स्पिन के खिलाफ मजबूत भारत ने इस महीने की शुरुआत में तीन मैचों की वनडे सीरीज में श्रीलंकाई स्पिनरों के खिलाफ 27 विकेट गंवाए और उसे सीरीज में 0-2 से हार का सामना करना पड़ा। ये 27 सालों में श्रीलंका के खिलाफ भारत की पहली द्विपक्षीय एकदिवसीय श्रृंखला हार थी।

डोएशे ने एक बयान में कहा- 

हम श्रीलंका के खिलाफ हार गए। भारत की मानसिकता ऐसी रही है कि वे विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बहुत बेताब हैं। हमारा ध्यान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन करने पर है। हमने स्पिन खेलना छोड़ दिया है जो हमेशा से भारतीय टीम की ताकत रही है, लेकिन अब हम थोड़ा पीछे रह गए हैं। यह एक ऐसी चीज है जिसे मैं करने के लिए उत्सुक हूं, जिससे कि हम उस स्थिति में पहुंच सकें जहां भारतीय फिर से दुनिया में स्पिन के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बन सकें।

तकनीकी नहीं मानसिक बदलाव की जरूरत

बता दें कि भारत को सितंबर और अक्टूबर में बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर पांच टेस्ट मैच खेलने हैं। इन दोनों टीमों के पास अच्छे स्पिनर हैं। दुनिया भर में कोचिंग का अच्छा अनुभव रखने वाले नीदरलैंड के पूर्व ऑलराउंडर डोशेट ने कहा कि स्पिन खेलना तकनीकी बदलाव लाने के बजाय मानसिक बदलाव लाने के बारे में है।

नीदरलैंड का ये 44 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी अभिषेक नायर के साथ मिलकर मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की सहायता करेगा। डोशेट ने कहा कि टीम अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के लिए भी बेताब है। उन्होंने कहा- 

चैंपियंस ट्रॉफी (फरवरी 2025) होनी है। तैयारी के लिए केवल तीन एकदिवसीय मैच बचे हैं, इसलिए प्रारूपों के बीच बदलाव करना और टीम को उसके लिए तैयार करना वास्तव में चुनौतीपूर्ण होगा।

रयान डोशेट ने कहा कि अगले साल जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल के लिए क्वालीफाई करना टीम इंडिया के लिए एक और महत्वपूर्ण लक्ष्य है। भारत अभी WTC तालिका में शीर्ष पर है और ऑस्ट्रेलिया उसके करीब है। डोशेट भारत की ओर से खेले जाने वाले 10 टेस्ट मैचों का उपयोग टीम की स्थिति को मजबूत करने के लिए करना चाहते हैं। उन्होंने कहा-

हम WTC फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए उत्सुक हैं। 10 टेस्ट बचे होने के कारण ये एक शानदार अवसर है। हमारे पास भारत में पांच (टेस्ट) हैं और फिर हम ऑस्ट्रेलिया (पांच और टेस्ट) जा रहे हैं, जो शानदार होने वाला है।

बता दें कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अब तक दो खिताबी मुकाबले हुए हैं और भारत दोनों फाइनल में पहुंचा है, लेकिन यहां भारत को हार का सामना करना पड़ा है। एक बार ऑस्ट्रेलिया तो एक बार भारत को न्यूजीलैंड ने हराया था। 

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : DINESH BEDI

पब्लिश्ड 21 August 2024 at 19:46 IST