अपडेटेड 2 February 2024 at 20:11 IST

'मै कमरे में जाकर रोता था, मेरा दम घुटता था...', आखिर किस बात पर निकले Rishabh Pant के आंसू?

ऋषभ पंत ने धोनी से तुलना के बारे में अपनी चुप्पी तोड़ते हुे बड़ा खुलासा किया है उन्होंने कहा कि धोनी से तुलना चुभती है लेकिन उनके जैसा मेरे जीवन में कोई नही।

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Rishabh Pant | Image: PTI

Rishabh Pant: महेंद्र सिंह धोनी लंबे समय से ऋषभ पंत के मार्गदर्शक रहे हैं लेकिन एक ऐसा भी समय था जब भारत के पूर्व कप्तान से लगातार तुलना से वह इतने दबाव में आ जाते थे कि उनका ‘दम घुटने’ लगता था। पंत ने आगे कहा कि वे मै कमरे में जाकर रोता था।

दिसंबर 2022 में भयावह कार हादसे में चोटिल हुए पंत अभी भी पूरी तरह फिट नहीं हैं। धोनी ही ऐसा शख्स हैं जिनसे वह जीवन की हर बात साझा करते हैं।

मै कमरे में जाकर रोता था: पंत

उन्होंने स्वीकार किया कि करियर के शुरूआती दिनों में धोनी से तुलना उनके लिये काफी कठिन थी। पंत ने ‘स्टार स्पोटर्स’ की एक सीरिज में कहा ,‘‘ मुझे बहुत बुरा लगता था। मैं 20-21 साल का था और कमरे में जाकर रोता था। इतना तनाव होता था कि मैं सांस नहीं ले पाता था। इतना दबाव था कि लगता था कि अब क्या करूं। मोहाली में मैने स्टम्पिंग का एक मौका गंवाया तो दर्शक धोनी-धोनी चिल्लाने लगे।’’

धोनी के साथ मैं अपने संबंधों को समझा नही सकता : पंत

पंत ने कहा ,‘‘ एम एस के साथ मेरे संबंध को मैं समझा नहीं सकता । ऐसा कोई होता है जिससे आप सब कुछ साझा कर सकते हैं । मैने एमएस के साथ हर चीज पर बात की है । मैने उनसे बहुत कुछ सीखा है। मैं उनसे ऐसी चीजों पर भी बात करता हूं जो किसी और के साथ नहीं कर पाता। मेरा उनसे इस तरह का संबंध है।’’

मेरी उनकी साथ तुलना क्यों होती है: पंत

पंत ने कहा ,‘‘मुझे समझ ही नहीं आता था कि उनके साथ तुलना क्यो होती है। मैं टीम में आया ही था और लोग विकल्प की बात करने लगे थे। एक युवा से ऐसे सवाल क्यो किये जा रहे थे। यह तुलना क्यो हो रही थी । ऐसा होना नहीं चाहिये था । एक ने पांच मैच खेले हैं और दूसरे ने 500 । उनका इतना लंबा सफर रहा है तो यह तुलना बेमानी थी।’’

पंत ने कहा कि वह युवराज सिंह जैसे सीनियर के भी हमेशा ऋणी रहेंगे जिन्होंने टीम में आने पर उन्हें सहज महसूस कराया। उन्होंने कहा ,‘‘ मैं बहुत छोटा था और टीम में कई सीनियर खिलाड़ी थे। युवराज सिंह, एम एस , सभी सीनियर थे । इसमें समय लगा लेकिन उन्होंने कभी सीनियर होने का अहसास नहीं कराया । उन्होंने मेरा स्वागत गर्मजोशी से किया और सभी नये खिलाड़ियों का करते हैं। भारतीय टीम की यही तहजीब है।’’

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Published By : Shubhamvada Pandey

पब्लिश्ड 2 February 2024 at 20:11 IST