अपडेटेड 23 May 2023 at 15:40 IST
जब शेन वॉर्न का निधन हुआ, तब भारत के कोटी-कोटी लोगों ने शोक मनाया- PM मोदी
PM Modi तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हैं। इस दौरान वहां उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी शेन वॉर्न का भी जिक्र किया।
तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हैं। इस बीच पीएम मोदी ने आज कई कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक की। बता दें कि पीएम मोदी ने आज भारतीय समुदाय को संबोधित किया। पीएम मोदी के संबोधन से पहले ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के कुडोस बैंक एरिना में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। जहां भारतीय कलाकारों ने अपनी प्रदर्शन की आभा को बिखेरा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिडनी में आयोजित सामुदायिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कुडोस बैंक एरिना स्टेडियम पहुंचे। जहां उनका स्वागत ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज ने बड़ी ही गर्मजोशी से किया। सिडनी में सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीस ने कहा कि आखिरी बार मैंने इस मंच पर ब्रूस स्प्रिंगस्टीन को देखा था मगर उन्हें ऐसा स्वागत नहीं मिला जो प्रधानमंत्री मोदी को मिला है।
पीएम मोदी ने दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी शेन वॉर्न को किया याद
पीएम मोदी ने कहा, मुझे अच्छा लगा ये जानकर कि आपने आजादी का अमृत महोत्सव खूब धूमधाम से मनाया। सिडनी, ऑपेरा हाउस जब तिरंगे की रोशनी से जगमग हुआ, तो हर भारतीय का हृदय भावविभोर हो गया। हमारे क्रिकेट के रिश्तों को 75 साल हो गए। पहली बार भारत में आईपीएल खेलने ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेटर आई थीं। ऐसा नहीं है, हम सिर्फ सुख के साथी हैं। अच्छा दोस्त सुख का साथी तो होता ही है, दुख का भी साथी होता है पिछले साल जब शेन वॉर्न का निधन हुआ, तो भारतीयों ने भी शोक मनाया। ये ऐसा था कि हमने अपना कोई खो दिया हो। आप सभी यहां ऑस्ट्रेलिया में हैं। यहां के विकास को देख रहे हैं। आपका सपना रहा है कि भारत भी विकसित राष्ट्र बने। जो सपना आपके मन में है, यही सपना मेरा भी है। 140 करोड़ भारतीयों का सपना है। साथियों भारत के पास सामर्थ की कमी नहीं है। भारत के पास संसाधनों की कमी भी नहीं है। आज दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे युवा टेलेंट फैक्ट्री किसी देश में है, वो है भारत।
मोदी ने आगे बोला कि, 'क्रिकेट से तो न जाने हम कबसे जुड़े हैं, लेकिन अब टेनिस और फिल्में भी हमें जोड़ रही हैं। हमारे यहां खाना बनाने का तरीका भले ही अलग-अलग है। लेकिन अब मास्टरशेफ हमें जोड़ता है। हमारे यहां पर्व-त्योहार भले ही अलग हैं, लेकिन हम जुड़े हैं दिवाली की रौनक से, बैसाखी के जश्न से। हमारे यहां भाषाएं भले ही अलग बोली जाती हों, लेकिन हम जुड़े हैं, मलयालम, तमिल, तेलुगु, पंजाबी और हिंदी और भाषाएं पढ़ाने वाले इतने सारे स्कूलों से।'
Published By : Shubhamvada Pandey
पब्लिश्ड 23 May 2023 at 15:40 IST