अपडेटेड 6 February 2025 at 18:20 IST
लाहौर का गद्दाफी स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए तैयार: पीसीबी
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में नवीनीकरण और आधुनिकीकरण का काम 117 दिन के रिकॉर्ड समय में पूरा हो गया है और अब यह आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी सहित अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों की मेजबानी के लिए तैयार है।
Champions Trophy: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में नवीनीकरण और आधुनिकीकरण का काम 117 दिन के रिकॉर्ड समय में पूरा हो गया है और अब यह आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी सहित अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों की मेजबानी के लिए तैयार है।
पीसीबी ने एक बयान में कहा कि स्टेडियम में अब बेहतर सुविधाएं, नई फ्लडलाइट्स, हॉस्पिटैलिटी बॉक्स, अधिक दर्शकों के बैठने की क्षमता, इलेक्ट्रॉनिक स्कोरबोर्ड और शीर्ष स्तर के एलईडी टावर हैं।
पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी ने कहा, ‘‘मैं उन सभी लोगों का आभारी हूं जिन्होंने आशंकाओं और आलोचनाओं के बावजूद स्टेडियम को समय पर तैयार करने के लिए दिन-रात काम किया।’’ हाल ही में यह बताया गया था कि पीसीबी काम पूरा करने में कम से कम पांच सप्ताह पीछे चल रहा है। पीसीबी को 12 फरवरी तक स्टेडियम को आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) को सौंपना है क्योंकि टूर्नामेंट एक सप्ताह बाद शुरू होगा।
प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ शुक्रवार को एक समारोह के दौरान स्टेडियम का आधिकारिक उद्घाटन करेंगे जहां अली जफर, आइमा बेग और आरिफ लोहार जैसे प्रसिद्ध कलाकार प्रस्तुति देंगे। नकवी ने कहा, ‘‘मैं उन लगभग 1000 श्रमिकों का विशेष रूप से आभारी हूं जिन्होंने इस सपने को संभव बनाया है।’’ नए स्टेडियम का परीक्षण आठ फरवरी को होगा जब पाकिस्तान और न्यूजीलैंड त्रिकोणीय श्रृंखला का पहला मैच खेलेंगे जिसकी तीसरी टीम दक्षिण अफ्रीका है।
पीसीबी 11 फरवरी को कराची में राष्ट्रीय स्टेडियम का उद्घाटन करेगा जिसमें राष्ट्रपति आसिफ जरदारी के शामिल होने की उम्मीद है। नकवी ने स्वीकार किया है कि लाहौर, कराची और रावलपिंडी में तीन स्टेडियमों के आधुनिकीकरण का खर्च शुरुआती आवंटित बजट से अधिक हो गया है लेकिन उन्होंने कहा कि नए अत्याधुनिक स्थल भविष्य में पाकिस्तान क्रिकेट को अच्छी सेवा प्रदान करेंगे। पीसीबी ने शुरू में नवीनीकरण कार्य के लिए 12 अरब 80 लाख रुपये आवंटित किए थे लेकिन बजट 18 अरब रुपये से अधिक बताया जा रहा है। पीसीबी ने कहा कि इस कार्य के लिए सरकार सहित किसी अन्य स्रोत से कोई वित्तीय सहायता नहीं ली गई।
Published By : Shubhamvada Pandey
पब्लिश्ड 6 February 2025 at 18:20 IST