अपडेटेड 26 June 2024 at 11:44 IST
पूर्व भारतीय दिग्गज कप्तान कपिल देव ने शुरू की नई पारी, क्रिकेट नहीं इस खेल में मिली बड़ी जिम्मेदारी
1983 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय कप्तान कपिल देव ने नई पारी की शुरुआत की है। उन्हें क्रिकेट नहीं, बल्कि दूसरे खेल में बड़ी जिम्मेदारी मिली है।
Kapil Dev: भारत की 1983 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान रहे कपिल देव (Kapil Dev) ने भारतीय पेशेवर गोल्फ टूर (PGTI) के नए अध्यक्ष का पद संभाल लिया है। ये पद इस प्रतिष्ठित पूर्व क्रिकेटर के लिए एक नई शुरुआत है, जिन्होंने एमेच्योर गोल्फ खिलाड़ी के रूप में भी शानदार प्रदर्शन किया है।
65 वर्षीय कपिल पहले से ही उपाध्यक्ष के रूप में PGTI बोर्ड के सदस्य थे। उन्हें सर्वसम्मति से चुना गया। वो एचआर श्रीनिवासन की जगह लेंगे जिनका कार्यकाल समाप्त हो गया है।
नए रोल पर बोले कपिल देव
कपिल को एक अच्छे गोल्फ खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है। कपिल ने अपने नए पद के बारे में कहा-
PGTI का अध्यक्ष बनना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं पिछले कुछ सालों से इस संगठन से जुड़ा हुआ हूं। ये खिलाड़ियों का संगठन है और मैं उन सभी का बहुत अच्छा दोस्त हूं और मैं अक्सर उनके साथ खेलता हूं।
कपिल देक का जुनून रहा गोल्फ
कपिल ने कहा कि तीन दशक से अधिक समय से गोल्फ उनका जुनून रहा है। इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि उन्होंने एशियाई खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का सपना देखा था, जब इसमें केवल एमेच्योर खिलाड़ियों को हिस्सा लेने की स्वीकृति थी। उन्होंने कहा-
अब ये खेल ही है जिसमें मैं अपना ज्यादातर समय बिताता हूं। मैं उपाध्यक्ष रह चुका हूं और मैं बोर्ड में हूं, इसलिए खिलाड़ियों द्वारा अध्यक्ष चुने जाने पर मुझे बहुत गर्व है। मैं हमेशा की तरह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का वादा करता हूं।
कपिल PGTI के लिए नए प्रायोजक लाने की कोशिश में सबसे आगे रहे हैं। वो टूर में सबसे आकर्षक प्रतियोगिता में से एक कपिल देव ग्रांट थॉर्नटन आमंत्रण को डीएलएफ गोल्फ एवं कंट्री क्लब में आयोजित कराने में सफल रहे हैं जिसकी इनामी राशि दो करोड़ रुपए है। जीव मिल्खा सिंह, अर्जुन अटवाल, ज्योति रंधावा, शिव कपूर जैसे भारत के शीर्ष स्टार खिलाड़ी उनके करीबी गोल्फ मित्र हैं।
कपिल देव का क्रिकेट करियर
कपिल ने 1978 से 1994 तक भारत के लिए क्रिकेट खेला। सर्वकालिक महान ऑलराउंडरों में से एक कपिल ने 131 टेस्ट और 225 वनडे मैच खेले। उनकी अगुआई में भारत ने 1983 वर्ल्ड कप जीता। 1983 विश्व कप में उनकी नाबाद 175 रन की पारी खेल के इतिहास की सबसे बेहतरीन पारियों में से एक मानी जाती है।
टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 8 शतकों की मदद से 5248 रन बनाए और 434 विकेट लिए, जो उस समय एक वर्ल्ड रिकॉर्ड था। उन्होंने वनडे मैचों में 3783 रन भी बनाए और इस फॉर्मेट में 253 विकेट लिए।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : DINESH BEDI
पब्लिश्ड 26 June 2024 at 11:44 IST