अपडेटेड 5 December 2024 at 19:29 IST

तीन पीढ़ियों के साथ भारतीय महिला टीम की हौसला अफजाई के लिए पहुंचे भारतवंशी

ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी को लेकर ही नहीं भारतीय फैंस महिला वनडे सीरीज को लेकर भी उत्साहित नजर आ रहे हैं। भारतीय महिला टीम के लिए फैंस उमड़ रहे हैं।

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भारत और ऑस्ट्रेलिया महिला ODI सीरीज | Image: X.com

IND W v AUS W: हरियाणा के सतिंदर पाल संधू अपने 70 साल के पिता और 6 महीने की बेटी को लेकर ब्रिस्बेन के एलेन बॉर्डर फील्ड पर पहुंचे तो सुखजीत सिंह सर्जन अपनी 6 साल की बेटी को उसकी पसंदीदा स्मृति मंधाना की बल्लेबाजी दिखाने के लिए काम से छुट्टी लेकर आए।

ये दोनों परिवार अकेले नहीं थे, बल्कि भारत और आस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीमों के बीच पहला वनडे देखने के लिए बड़ी संख्या में आस्ट्रेलिया में बसे भारतवंशी परिजनों के साथ भारत की नीली जर्सी पहने और हाथ में तिरंगा लिए यहां मौजूद थे।

नहीं मिला गाबा का टिकट तो पहुंचे ब्रिस्बेन

इनमें वो भी शामिल थे, जिन्हें 14 दिसंबर से गाबा पर भारत और आस्ट्रेलिया की मेंस टीम के बीच होने वाले तीसरे टेस्ट का टिकट नहीं मिल सका। करीब 5 हजार की क्षमता वाले स्टेडियम में सीटों के अलावा दर्शक घास पर अपनी अपनी कुर्सियां, टेबल और बच्चों को घुमाने वाली गाड़ी (प्राम) लेकर पहुंचे थे। विकेंड न होने के बावजूद अच्छी खासी तादाद में भारतवंशी जमा थे और मैदान पर डीजे ने लुंगी डांस, छम्मक छल्लो, केसरिया तेरा इश्क और पंजाबी गाने बजाकर माहौल को और भारतीय रंग दे दिया था।

ऑटोग्राफ के लिए दिखी भीड़

मैच के बाद कप्तान हरमनप्रीत और मंधाना से ऑटोग्राफ लेने के लिए बच्चों की भीड़ सीमारेखा के पास जमा हो गई। हरियाणा के सिरसा के रहने वाले सतिंदर पाल सिंह संधू 16 साल से यहां बसे हैं और अपने पिता, पत्नी, 4 साल के बेटे और 6 महीने की बच्ची के साथ पहुंचे। सभी ने अपने अपने नाम की भारतीय टीम की खास जर्सी बना रखी थी और छोटे बच्चे को मैदान में घुमाते हुए मैच का मजा ले रहे थे ।

सतिंदर पाल ने कहा- 

हम भारतीय टीम के मैच देखने हमेशा आते हैं। काम से छुट्टी लेकर आए हैं और पापा वैसे कम ही बाहर जाते हैं, लेकिन क्रिकेट कभी नहीं छोड़ते। मेरा बेटा तो यशस्वी जायसवाल का फैन है। 

भारत की हार के बावजूद उन्होंने कहा- 

हमारी टीम अच्छी है और हार-जीत तो खेल का हिस्सा है। हमें शेफाली वर्मा की कमी खल रही है। वो लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही थीं, लेकिन जब फॉर्म में होती है तो मैच जिताती हैं।

क्वींसलैंड क्रिकेट में कार्यरत डॉ. आशुतोष क्या बोले?

डॉक्टर आशुतोष मिश्रा क्वींसलैंड क्रिकेट के बहु सांस्कृतिक प्रोजेक्ट मैनेजर हैं और इलाहाबाद से 16 साल पहले यहां आकर बसे हैं। उन्होंने कहा- 

भारतीय ही नहीं, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई समुदाय, क्रिकेट आस्ट्रेलिया और प्रदेश संघों में भी भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज को लेकर काफी उत्साह रहता है। इस सीरीज में प्रतिस्पर्धी क्रिकेट देखने को मिलता है, दर्शक बहुत आते हैं और राजस्व भी बनता है। भारतीय टीम के फैंस की यहां कमी नहीं है। वो दूर-दूर से आते हैं। गोल्ड कोस्ट और मेलबर्न से भी यहां लोग मैच देखने आए हैं।

उन्होंने बताया कि कई बार भारतीय ढोल ताशे लेकर भी मैच देखने आते हैं और पूरा मजा लेते हैं। सुखजीत सिंह सर्जन बच्चों को लेकर मैच देखने आए हैं, जिनकी 6 साल की बच्ची जपजीत कौर क्रिकेट खेलती है और विराट कोहली तथा स्मृति मंधाना की फैन है। उन्होंने कहा- 

लड़कियां खेलती हैं तो उससे प्रेरणा मिलती है और मेरी बेटी भी क्रिकेटर बनना चाहती हैं ।भारतीय पुरूष टीम 14 दिसंबर से गाबा पर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी मैच खेलेगी और हम वह मैच भी देखने जा रहे हैं। 

क्रिकेट की शौकीन अनिला केरल से हैं और 17 साल से ऑस्ट्रेलिया में हैं, जिन्होंने मैच के लिए अपने जन्मदिन पर पार्टी नहीं की। उन्होंने कहा- 

जन्मदिन के दिन भारतीय महिला टीम का मैच देखने आई हूं दोस्तों के साथ। टीम से जीत का तोहफा चाहती थी जो नहीं मिला, लेकिन अगले मैच में फिर आऊंगी।

मिरांडा स्टेडियम पर महिला क्रिकेट वनडे की मर्केंडाइज मैनजर हैं और उन्हें दुख है कि भारतीय टीम की जर्सी का इंतजाम नहीं हो सका। उन्होंने कहा, ‘‘भारत और आस्ट्रेलिया का मैच देखने बड़ी संख्या में लोग आये हैं और हमसे भारत की जर्सी की भी मांग हुई है लेकिन हमारे पास नहीं थी। बड़ी संख्या में भारतीय नीले रंग की जर्सी पहने हुए हैं जो उन्होंने शायद भारत से मंगवाई होगी। अगले मैच में कोशिश करेंगे क्योंकि रविवार है और काफी भीड़ होगी।’’

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Published By : DINESH BEDI

पब्लिश्ड 5 December 2024 at 19:29 IST