अपडेटेड 31 January 2024 at 21:33 IST
भारत के वो बल्लेबाज जिन्होंने गेंदबाजी के दम पर विरोधियों से छीनी जीत, क्रिकेट के भगवान भी लिस्ट में
Batter Perform Best Bowling in ODI: मिलिए उन भारतीय बल्लेबाजों से जिन्होंने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर विरोधियों के जबड़े से जीत छीनी।
Indian Batter in Bowling Performance: भारतीय टीम हमेशा से अपनी मजबूत बल्लेबाजी के लिए जानी जाती है। सुनील गावस्कर, रवि शास्त्री मोहम्मद अजरुद्दीन, के. श्रीकांत, संजय मांजरेकर, सचिन तेंदुलकर, अजय जडेजा, सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग सहित ये लिस्ट कहीं ज्यादा लंबी है। इसमें से टीम इंडिया के कुछ ऐसे भी बल्लेबाज हैं जिन्होंने फंसे हुए मुकाबलों में अपनी गेंदबाजी के दम पर विरोधी टीमों के जबड़ों से मैच छीन लिया है।
स्टोरी में आगे पढ़ें...
- कभी देखी आपने टीम इंडिया के बल्लेबाजों की गेंदबाजी?
- कब-कब बैटर्स बने हैं गेंदबाजी में टीम इंडिया के संकटमोचक?
- रवि शास्त्री से लेकर क्रिकेट के भगवान सचिन तक लिस्ट में और कौन?
पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाई है। उन्होंने कई बार टीम को अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर जीत दिलाई है। बतौर बल्लेबाज रवि शास्त्री के बारे में भला कौन नहीं जानता है, लेकिन रवि शास्त्री ने कई मौकों पर अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से भी टीम को जीत दिलाई है। रवि शास्त्री ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्वकप में मुश्किल परिस्थितियों में 15 रन देकर 5 विकेट हासिल किए और मैच का रुख मोड़ दिया था।
के श्रीकांत
साल 1988 को दौरे पर आई न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में ही मेजबानों पर कहर बनकर बरसे। विशाखापत्तनम में खेले गए इस मुकाबले में श्रीकांत ने पहले मेजबानों को अपनी खतरनाक फिरकी में फंसाया और 7 ओवर में 27 रन देकर 5 विकेट लिए। उसके बाद बल्लेबाजी में उन्होंने मेजबान आक्रमण की बखिया उधेड़ दी और 87 गेंदों पर 8 चौकों की मदद से 70 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इस सीरीज को भारत ने 4-0 से जीत लिया था।
सौरव गांगुली
साल 1997 के टोरंटो में खेले गए सहारा कप में सौरव गांगुली ने अपनी गेंदबाजी के दम पर पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी। ये सीरीज का तीसरा मुकाबला था जो कि बारिश की वजह से एक बार रद्द हो चुका था। इस मुकाबले में टीम इंडिया पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी। टीम की शुरुआत काफी खराब रही 89 रन पर 4 विकेट गिरने के बाद टीम संघर्ष कर रही थी लेकिन अजरुद्दीन के 67 रन और आखिरी ओवरों में रॉबिन सिंह के तेज 32 रनों की मदद से टीम इंडिया 182 के स्कोर में पहुंचने में कामयाब रही। इसके बाद गेंदबाजी में कहर ढाते हुए सौरव गांगुली महज 16 रन देकर 5 विकेट ले लिए और पाकिस्तान को इस मुकाबले में 34 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतकों का रिकॉर्ड बनाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भी अपने गेंदबाजी का लोहा मनवाया है। सचिन तेंदुलकर साल 1998 में भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ वनडे मुकाबले में अपनी गेंदबाजी से मैच ऑस्ट्रेलिया के जबड़े से खींचा था। इस मुकाबले में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 5/309 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया था। भारत की ओर से अजय जडेजा ने 105*, अजरुद्दीन 82 रन और ऋषिकेश कानितकर ने 57 रन बनाए थे। जब माइकल बेवन ने मजबूती से विकेट पर टिककर मैच पर पकड़ बनाई तो गेंदबाजी के लिए सचिन तेंदुलकर को लगाया गया। देखते ही देखते सचिन 32 रन देकर 5 विकेट ले लिए और ये मुकाबला 41 रनों से जीत लिया। हालांकि सचिन ने इसके अलावा भी कई बार टीम को अपनी गेंदबाजी से जीत दिलाई है।
वीरेंद्र सहवाग
साल 2002 में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में मुकाबले में भारत का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से हो रहा था। इस मुकाबले में एक समय ऐसा भी आया था कि जब मैच पूरी तरह से भारत के हाथों से फिसल चुका था। ऐसे में भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने वीरेंद्र सहवाग को गेंदबाजी के लिए लगाया। सहवाग ने शानदार गेंदबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका के 3 विकेट ले लिए और भारत ने ये मुकाबला जीतकर फाइनल में एंट्री मारी थी। हालांकि फाइनल मुकाबले में बारिश की वजह से मैच नहीं खेला जा सका और भारत को श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता घोषित किया गया। हालांकि इस फेहरिश्त में अजय जडेजा, युवराज सिंह सहित कई और दिग्गजों के नाम शामिल हैं।
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Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 16 January 2024 at 14:40 IST