अपडेटेड 7 March 2024 at 22:30 IST

इंग्लैंड के खिलाफ पंजा खोलने वाले कुलदीप यादव ने बताया सफलता का राज, बोले- गेंदबाजी सिर्फ…

भारतीय दिग्गज स्पिनर कुलदीप यादन ने इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला टेस्ट के पहले दिन 5 विकेट चटकाए। पहले दिन के खेल के बाद कुलदीप ने सफलता पर बात की।

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धर्मशाला टेस्ट में शानदार प्रदर्शन के बाद कुलदीप यादव का बयान | Image: BCCI

Kuldeep Yadav on his success after Take five wicket Haul: इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में नियमित रूप से खेलने से बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव का आत्मविश्वास काफी बढ़ा है। खुद गेंदबाज का मानना है कि लगातार मौके मिलने से उनकी खेल अवेयरनेस में इजाफा हुआ है और गेंदबाजी में पैनापन आया है।

कुलदीप ने 2017 में धर्मशाला में ही अपना डेब्यू किया था और पिछले 7 सालों में उन्होंने सिर्फ 12 टेस्ट मैच खेले हैं। इनमें से 4 मैच उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में लगातार खेले हैं। इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार, 7 मार्च से शुरू हुए पांचवें और आखिरी टेस्ट के पहले दिन कुलदीप ने टॉप ऑर्डर के 5 खिलाड़ियों को आउट किया।

शानदार प्रदर्शन पर क्या बोले कुलदीप?

दिन का खेल खत्म होने के बाद कुलदीप ने कहा-

अगर आप नियमित तौर पर खेलते हो तो आप अपनी गेंदबाजी में अधिक आत्मविश्वास से भर जाते हो। साथ ही खेल जागरुकता भी आती है, इसलिए नियमित रूप से खेलना अहम है, क्योंकि इससे आपकी गेंदबाजी में पैनापन आता है। 

बता दें कि कुलदीप ने इस सीरीज में अब तक 17 विकेट लिए हैं, जबकि अभी एक और पारी बची है। ये जगजाहिर है कि पिछले कुछ सालों से कुलदीप को टेस्ट में कम मौके मिले, जिससे उनका फॉर्म खराब हुआ। इस दौरान उनके घुटने की सर्जरी भी हुई। इसके बाद कुलदीप ने फॉर्म में आने के लिए बॉलिंग टैक्नीक में थोड़ा बदलाव भी किया।

गेंदबाजी एक्शन में किया बदलाव

शुरू में ये बहुत चुनौतीपूर्ण था। मैंने अपना गेंदबाजी एक्शन बदल दिया था तो मुझे लय हासिल करने में 6 से 8 महीने लगे। अब मैं पूरी तरह इसके मुताबिक ढल गया हूं और अपनी गेंदबाजी का लुत्फ उठा रहा हूं। रांची में मैंने अपने ‘रन अप’ में कुछ बदलाव करने की कोशिश की थी और मैं रोज इसका अभ्यास करता हूं। 

सितंबर 2021 में घुटने की सर्जरी के बाद उन्होंने अपने फिटनेस रूटीन में भी बदलाव किया।

कुलदीप ने कहा-

गेंदबाजी सिर्फ फिटनेस का खेल है। मैंने पिछले 18 महीनों में अपनी फिटनेस पर काफी काम किया है। मैं फिटनेस में सुधार के कारण ही अपनी गेंदबाजी में कुछ बदलाव करने में सफल रहा। मैंने अपनी फिटनेस के लिए कुछ चीजें कर रहा हूं, जिससे मैं लंबे स्पैल डाल पा रहा हूं। राजकोट में पहली पारी में 12 ओवर और रांची में दूसरी पारी में 14 ओवर डाले। मैंने लंबे स्पैल डाले और मैं इसका आदी हो गया हूं। 

बता दें कि धर्मशाला कुलदीप के लिए बेहद खास है, क्योंकि उन्होंने यहां उन्होंने अपना शानदार डेब्यू किया था, हालांकि इसके बाद उनका करियर ऊपर की ओर नहीं चढ़ा, लेकिन इस वक्त वो अपने करियर के पीक पर हैं। 

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Published By : DINESH BEDI

पब्लिश्ड 7 March 2024 at 22:30 IST