अपडेटेड 6 January 2024 at 17:52 IST
Saphala Ekadashi पर ऐसे करे पूजा, भगवान विष्णु होंगे प्रसन्न; पूरी होगी हर मनोकामना
साल 2024 की पहली Saphala Ekadashi बहुत ही खास होती है। इस दिन विधि-विधान से पूजा करने पर व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है।
Saphala Ekadashi Puja Vidhi: साल की पहली एकादशी पौष माह के एकादशी तिथि को पड़ती है, जिसे सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह भगवान विष्णु को अति प्रिय है। कहते हैं अगर कोई व्यक्ति इस दिन विधि-विधान से श्री हरी की पूजा करता है, तो उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती है। वहीं जो हर काम में असफल होते रहते हैं या कड़ी मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिलती है, ऐसे लोगों को सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) का जरूर करना चाहिए। कहते हैं इस व्रत से विष्णु जी बहुत ही जल्दी प्रसन्न होते हैं।
स्टोरी में आगे ये पढ़ें...
- कब है सफला एकादशी?
- सफला एकादशी पूजा का शुभ मुहूर्त?
- सफला एकादशी पूजा विधि क्या है?
कब है सफला एकादशी?
सफला एकादशी (Saphala Ekadashi) का व्रत इस साल पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 7 जनवरी दिन रविवार को रखा जाएगा।
सफला एकादशी पूजा का शुभ मुहूर्त?
सफला एकादशी (Saphala Ekadashi 2024) के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 8 बजकर 33 मिनट से शुरू होगा जो दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। वहीं पारण अगले दिन यानी 8 जनवरी दिन सोमवार की सुबह 7 बजकर 15 मिनट से 9 बजकर 20 मिनट तक है।
सफला एकादशी पूजा विधि
- सफला एकादशी के दिन सुबह नहा-धोकर भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए उन्हें पंचामृत से स्नान करवाएं।
- फिर गंगा जल से स्नान करवा कर भगवान विष्णु को कुमकुम-अक्षत लगाएं।
- इसके बाद सफला एकादशी की कथा पढ़ें या सुनें और दीपक और कपूर से श्री हरि की आरती उतारें और प्रसाद सभी में बांट दे।
- पूजा के समय भगवान विष्णु के पंचाक्षर मंत्र ‘‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’’ का यथा संभव तुलसी की माला से जाप करें।
- इसके बाद शाम के समय भगवान विष्णु के मंदिर अथवा उनकी मूर्ति के सामने भजन-कीर्तन का करें।
- इस एकादशी के दिन भगवान विष्णु सहित देवी लक्ष्मी की पूजा करने से इस जीवन में धन और सुख की प्राप्ति तो होती ही है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 6 January 2024 at 17:31 IST