अपडेटेड 31 January 2025 at 10:39 IST
बिहार की एक ऐसी नदी जिसमें नहीं रहता पानी, माता सीता ने दिया था श्राप
फल्गु नदी में पानी क्यों नहीं है? फल्गु नदी क्यों सूखी रहती है? फल्गु नदी के पीछे की कहानी क्या है? जानते हैं इस लेख के माध्यम से...
भारत में नदियां माता के रूप में जानी जाती हैं। न जानें ऐसी कितनी नदियां हैं जो पूजनीय हैं। हालांकि हम बात कर रहे हैं बिहार के गया में मौजूद फल्गु नदी की। लेकिन इस नदी में कभी भी पानी नहीं रहता। मान्यता है कि यह नदी धरती के अंदर बहती है और लोगों को तर्पण करने के लिए बालू को हटाकर पानी निकालना पड़ता है। बता दें कि इसके पीछे कारण माता सीता और श्री राम से जुड़ा है।
ऐसे में आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि फल्गु नदी सूखी क्यों दिखाई देती है। पढ़ते हैं आगे...
फल्गु नदी में पानी क्यों नहीं है?
वाल्मीकि रामायण के अनुसार, एक बार 14 वर्ष के वनवास के दौरान श्री राम, भाई लक्ष्मण और माता सीता श्राद्ध करने के लिए पितृपक्ष के दौरान गया धाम गए। वहां पर भगवान राम और लक्ष्मण सामग्री जुटाने के लिए एक नगर को चले गए। दोपहर के वक्त माता सीता नदी के किनारे बैठी थीं। उस वक्त दशरथ जी की आत्मा ने माता सीता से पिंडदान की मांग की। ऐसे में माता सीता असमंजस में पड़ गईं। उन्होंने केतकी के फूल, गाय, वट वृक्ष, फल्गु नदी को अपना साक्षी बनाया और बालू का पिंड बनाकर दशरथ जी का पिंडदान किया।
जब श्री राम आए तो माता सीता ने श्री राम को सारी बात कही। परंतु श्री राम नहीं माने। ऐसे में मां सीता ने जिसे अपना साक्षी बनाया था, उनसे पुछवाया तो केवल वट वृक्ष ने ही सही बात कही। बाकी सब ने झूठ बोल दिया। ऐसे में माता सीता ने क्रोध में आकर फल्गु नदी को श्राप दिया कि तू सिर्फ नाम की नदी रहेगी। तुझमें पानी नहीं रहेगा। यही कारण है कि आज भी फल्गु नदी श्रापित है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 31 January 2025 at 10:18 IST