अपडेटेड 4 February 2024 at 16:49 IST
Shattila Ekadashi: कब है षटतिला एकादशी? क्या है तारीख और पूजा का शुभ मुहूर्त
Shattila Ekadashi के दिन विष्णु भगवान की पूजा करने से साधक के जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। आइए जानते हैं इस साल यह कब रखा जाएगा।
Kab Hai Shattila Ekadashi 2024: हिंदू धर्म में एकादशी बहुत ही महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। यह साल में 24 और महीने में दो बार पड़ती है और सभी का अपना अलग-अलग महत्व होता है। वहीं माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाने वाला षटतिला एकादशी व्रत भी शामिल है। इस व्रत में तिल का विशेष महत्व माना जाता है। साथ ही जो व्यक्ति इस व्रत को करता है उसके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
बाकी एकादशियों की तरह ही षटतिला एकादशी पर भी भगवान विष्णु की पूजा अर्चना और उपासना की जाती है, लेकिन इस एकादशी में तिल का विशेष महत्व माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन तिल का सेवन और दान करने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है। तो चलिए जानते हैं इस साल Shattila Ekadashi का व्रत कब रखा जाएगा।
कब रखा जाएगा Shattila Ekadashi का व्रत?
Shattila Ekadashi का व्रत हर साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है जो इस बार 5 फरवरी की शाम 5 बजकर 24 मिनट से शुरू होगा और 6 फरवरी की शाम 4 बजकर 7 मिनट तक रहेगा। उदया तिथि के मुताबिक इस बार यह व्रत 6 फरवरी को रखा जाएगा।
किस मुहूर्त में करें Shattila Ekadashi व्रत की पूजा?
6 फरवरी 2024 दिन मंगलवार को षटतिला एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन सुबह 9 बजकर 51 मिनट से दोपहर 1 बजकर 57 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। वहीं षटतिला एकादशी व्रत 2024 के पारण का समय 7 फरवरी की सुबह 7 बजकर 6 मिनट से सुबह 9 बजकर 18 मिनट तक है।
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षटतिला एकादशी व्रत का महत्व क्या है?
यह व्रत भगवान विष्मु और माता लक्ष्मी को समर्पित है। इस दिन व्रत रखने और पूजा करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन तिल से बनी चीजों का दान करने से पुण्य प्राप्त होता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से धन में वृद्धि होत है और सुख-समृद्धि का आगमन होता है। वहीं इस दिन जो भी साधक विष्णु भगवान को तिल अर्पित करता है और दान करने के साथ खुद भी इसका सेवन करता है उसके जीवन से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 4 February 2024 at 16:16 IST