अपडेटेड 27 December 2025 at 20:44 IST
Master Mulank: क्या है मास्टर मूलांक? अन्य अंकों से क्यों होता है अलग; जानिए इनका महत्व
अंक ज्योतिष में मास्टर नंबर को बेहद खास माना जाता है। ये अंक व्यक्ति को सामान्य से अलग बनाते हैं और जीवन में विशेष जिम्मेदारियां व उद्देश्य देते हैं।
Numerology Tips In Hindi: अंक ज्योतिष के अनुसार, हर अंक और अक्षर एक खास तरह की ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है। यही ऊर्जा व्यक्ति के जीवन, सोच, स्वभाव और फैसलों पर असर डालती है। अंकशास्त्र में 1 से 9 तक के अंकों को सामान्य माना गया है, लेकिन 11, 22 और 33 ऐसे विशेष अंक हैं, जिन्हें मास्टर नंबर कहा जाता है। इन अंकों को बेहद शक्तिशाली और खास उद्देश्य से जुड़ा माना जाता है। तो चलिए जानते हैं कि मास्टर नंबर क्या होते हैं और इनका क्या महत्व है।
अंक ज्योतिष में मास्टर नंबर क्या होते हैं?
अंक ज्योतिष में 11, 22 और 33 को मास्टर नंबर माना जाता है। इन अंकों को सामान्य अंकों की तरह जोड़कर एक अंक में नहीं बदला जाता, क्योंकि इनमें उच्च आध्यात्मिक चेतना और विशेष ऊर्जा मानी जाती है। कहा जाता है कि ये अंक ब्रह्मांडीय शक्तियों और त्रिदेवों की ऊर्जा से जुड़े होते हैं। जिन लोगों का लाइफ पाथ नंबर 11, 22 या 33 होता है, उनका जन्म किसी खास उद्देश्य को पूरा करने के लिए माना जाता है।
मास्टर नंबर 11 का महत्व क्या है?
मास्टर नंबर 11 को अत्यंत संवेदनशील और सहज बुद्धि वाला अंक माना जाता है। यह अंक रचनात्मकता, अंतर्ज्ञान और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रतीक है। इस नंबर से जुड़े लोग भावनाओं को गहराई से समझते हैं। इनमें दूसरों को प्रेरित करने और मार्ग दिखाने की क्षमता होती है।
मास्टर नंबर 22 का महत्व क्या है?
मास्टर नंबर 22 को अंकज्योतिष में ‘मास्टर बिल्डर’ कहा जाता है। इस अंक में 4 की स्थिर और मजबूत ऊर्जा शामिल होती है। ऐसे लोग बड़े सपने देखते हैं और उन्हें साकार करने की क्षमता रखते हैं। ये स्वभाव से नेतृत्व करने वाले, मेहनती और बेहद महत्वाकांक्षी होते हैं।
मास्टर नंबर 33 का महत्व क्या है?
मास्टर नंबर 33 को सेवा, प्रेम और करुणा से जुड़ा माना जाता है। यह अंक 6 की ऊर्जा से प्रभावित होता है। इस नंबर से जुड़े लोग दूसरों की मदद करने में आगे रहते हैं। इन्हें शिक्षा, चिकित्सा, नर्सिंग, काउंसलिंग या हीलिंग जैसे क्षेत्रों में अधिक सफलता मिलती है।
अपना मास्टर नंबर कैसे निकालें?
अपना लाइफ पाथ नंबर जानने के लिए अपनी जन्मतिथि के सभी अंकों को जोड़ें।
उदाहरण:
यदि जन्मतिथि है 3 जून 2002 (03/06/2002)
तो गणना होगी:
0 + 3 + 0 + 6 + 2 + 0 + 0 + 2 = 13
अब 13 को जोड़ें:
1 + 3 = 4
इस तरह लाइफ पाथ नंबर 4 होगा। क्योंकि यह 11, 22 या 33 नहीं है, इसलिए यह मास्टर नंबर की श्रेणी में नहीं आता है।
अंक ज्योतिष में मास्टर नंबर को बेहद खास माना जाता है। ये अंक व्यक्ति को सामान्य से अलग बनाते हैं और जीवन में विशेष जिम्मेदारियां व उद्देश्य देते हैं। हालांकि, मास्टर नंबर न होने का मतलब यह नहीं कि व्यक्ति सफल नहीं हो सकता, क्योंकि हर अंक की अपनी अलग शक्ति और महत्व होता है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Samridhi Breja
पब्लिश्ड 27 December 2025 at 20:41 IST