अपडेटेड 26 May 2025 at 14:27 IST

Vat Savitri Vrat 2025: आपने रखा है वट सावित्री का व्रत? तो जान लें खोलने का सही विधि

Vat Savitri Vrat 2025: सावित्री पूजा के दौरान व्रत को कैसे खोला जाता है और अपनी डाइट में किन चीजों को जोड़ सकते हैं? जानते हैं इस लेख के माध्यम से...

Vat Savitri Vrat 2025: वट सावित्री का व्रत कैसे खोलते हैं? जानें सही विधि | Image: freepik ai

Vat Savitri Vrat 2025: हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत का त्योहार बेहद महत्वपूर्ण होता है। खासतौर पर सुहागिन महिलाएं इस व्रत को रखती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। यह पर्व ज्येष्ठ महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को रखा जाता है। इस साल या 26 मई यानी आज ये व्रत रखा जा रहा है। यदि आप भी अपने पति की लंबी उम्र के लिए ये व्रत रख रही हैं तो ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि सावित्री व्रत के दिन क्या खाएं और अपने व्रत को कैसे खोलें।

आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि सावित्री पूजा के दौरान व्रत को कैसे खोला जाता है और अपनी डाइट में किन चीजों को जोड़ सकते हैं। पढ़ते हैं आगे... 

सावित्री पूजा के दौरान व्रत को कैसे खोला जाता है? 

  1. बता दें कि सावित्री व्रत कुछ महिलाएं खाली पेट रखती हैं यानी निर्जला व्रत भी रखती हैं। निर्जला व्रत का अर्थ है बिना पानी के 24 घंटे रहना। 
  2. हालांकि सभी के लिए निर्जला व्रत रखना मुमकिन नहीं। ऐसे में कुछ लोग फलाहार को डाइट में जोड़ते हैं। ऐसे में आप केला, सेब, आम, अनार या मौसमी फलों को अपनी डाइट में जोड़ सकती हैं। 
  3. इन सब के सेवन से न केवल ऊर्जा मिलती है बल्कि पूरा दिन अच्छा जाता है। हालांकि फलाहार के साथ भी महिलाएं पानी का सेवन नहीं करती हैं।
  4. महिला अगले दिन व्रत का पारण करने के बाद ही पानी का सेवन करती हैं। 

शाम की पूजन विधि

  • महिलाएं सुबह की पूजा के बाद शाम को वट वृक्ष के सामने घी का दीपक जलाकर हल्दी, रोली से तिलक करके फूल अर्पित करती हैं। इस दौरान अपनी झोली में मीठे पुणे रखती हैं। अगर आपने निर्जला व्रत रखा है तो इन पुणों का सेवन पारण के बाद करती हैं और अगर फलाहार को डाइट में जोड़ा है तो पूजा के बाद इनका सेवन कर सकती हैं। 
  • इसके बाद मंत्र और स्तुति करके आरती करती हैं। फिर अंत में प्रसाद के रूप में पंचामृत का वितरण कर अपने व्रत को आगे बढ़ाती हैं। अगले दिन सूर्योदय के बाद व्रत पारण करके ही जलपान कर सकती हैं। 
  • बता दें कि आप 27 मई दिन मंगलवार को वट सावित्री व्रत का पारण 8 बजकर 31 मिनट के बाद कर सकते हैं।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Garima Garg

पब्लिश्ड 26 May 2025 at 14:27 IST