अपडेटेड 7 November 2025 at 11:42 IST
Utpanna Ekadashi Kab Hai 2025: 14 या 15 नवंबर कब है उत्पन्ना एकादशी? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा का महत्व
Utpanna Ekadashi Kab Hai 2025: हिंदू धर्म में उत्पन्ना एकादशी का विशेष महत्व है। अब ऐसे में इस साल यह एकादशी कब पड़ रही है? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
Utpanna Ekadashi Kab Hai 2025: हिंदू पंचांग के हिसाब से मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखने का विशेष विधान है। इस दिन भगवान विष्णु और मां एकादशी की पूजा विधिवत रूप से की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आपको कष्टों का सामना करना पड़ रहा है तो इस दिन व्रत रखने से उत्तम परिणाम मिल सकते हैं।
यह व्रत रखने से जातकों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। अब ऐसे में इस साल उत्पन्ना एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा? पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व क्या है? आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित दयानंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
उत्पन्ना एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा?
उत्पन्ना एकादशी की शुभ तिथि का आरंभ 15 नवंब को देर रात 12 बजकर 49 मिनट से लेकर 16 नवंबर को देर रात 02 बजकर 37 मिनट तक है। इसलिए उदया तिथि के हिसाब से उत्पन्ना एकादशी का व्रत 15 नवंबर शनिवार के दिन रखा जाएगा।
उत्पन्ना एकादशी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?
उत्पन्ना एकादशी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 08 बजकर 04 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 25 मिनट तक है।
आप ब्रह्म मुहूर्त जो सुबह 04 बजकर 58 मिनट से लेकर सुबह 05 बजकर 51 मिनट तक रहेगा और अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 44 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक है।
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उत्पन्ना एकादशी के दिन पूजा का महत्व क्या है?
पौराणिक कथाओं के अनुसार, इसी दिन भगवान विष्णु के शरीर से देवी एकादशी का जन्म हुआ था। उन्होंने भगवान विष्णु को योगनिद्रा में देखकर उन पर हमला करने आए मुर नामक दैत्य का वध किया था।इसे सभी 24 एकादशियों का आरंभ बिंदु माना जाता है। जो व्यक्ति वर्ष भर एकादशी व्रत करना चाहता है। वह व्रत की शुरूआत इस दिन से कर सकता है। ऐसा कहा जाता है कि यह व्रत सुख, शांति, समृद्धि, धन और वैभव की प्राप्ति कराता है, और घर-परिवार में खुशहाली लाता है। अगर किसी जातक को बार-बार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो यह व्रत जरूर रखें।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 7 November 2025 at 11:41 IST