अपडेटेड 26 October 2025 at 18:43 IST

Tulsi Vivah 2025 Kab Hai: 2 या 3 नवंबर...कब है तुलसी विवाह? जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Tulsi Vivah 2025 Kab Hai: हिंदू धर्म में तुलसी विवाह को बेहद सौभाग्यशाली माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और तुलसी का विवाह का विधान है। अब ऐसे में इस साल कब है तुलसी विवाह? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

Tulsi Vivah 2025 Kab Hai | Image: Social Media

Tulsi Vivah 2025 Kab Hai: सनातन धर्म में तुलसी विवाह को बेहद शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को पड़ता है। जो देवउठनी एकादशी के अगले दिन पड़ता है। इस दिन तुलसी और भगवान विष्णु के शालिग्राम स्वरूप का विवाह पूरे विधि-विधान के साथ किया जाता है। इस विवाह के साथ ही चातुर्नास का समापन हो जाता है और विवाह, मुंडन और सभी मांगलिक कार्य आरंभ हो जाते हैं। अब ऐसे में इस साल तुलसी विवाह कब है और इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है? आइए इस लेख में विस्तार से ज्योतिषाचार्य पंडित दयानंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

कब है तुलसी विवाह 2 या 3 नवंबर?

तुलसी विवाह की तिथि को लेकर अक्सर लोगों में संशय रहता है कि यह 2 नवंबर को है या 3 नवंबर को। वैदिक पंचांग के अनुसार, तुलसी विवाह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मनाया जाता है।

द्वादशी तिथि का आरंभ - 2 नवंबर रविवार को सुबह 07 बजकर 31 मिनट से लेकर द्वादशी तिथि का समापन 3 नवंबर सोमवार को सुबह 05 बजकर 07 मिनट तक रहेगा।

तुलसी विवाह के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

तुलसी विवाह का मुख्य रूप से गोधूलि वेला यानी कि शाम के समय किया जाता है

  • गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 35 मिनट से 06 बजकर 01 मिनट तक।
  • विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 55 मिनट से 02 बजकर 39 मिनट तक।
  • अमृत काल - सुबह 09 बजकर 29 मिनट से 11 बजकर 00 मिनट तक।

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तुलसी विवाह का महत्व क्या है?

हिंदू धर्म में तुलसी विवाह को बेहद शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन जो भक्त पूरी श्रद्धा और विधि-विधान के साथ तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह संपन्न कराता है, उसे कन्यादान के समान पुण्यफल की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि तुलसी माता को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। इस दिन विवाह कराने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति, प्रेम और अटूट संबंध बनते हैं। साथ ही, घर में धन-धान्य और समृद्धि का आगमन होता है।

Published By : Aarya Pandey

पब्लिश्ड 26 October 2025 at 18:43 IST