अपडेटेड 21 September 2025 at 14:47 IST

Maa Shailputri Chalisa 2025: शारदीय नवरात्रि के पहले दिन करें मां शैलपुत्री के इस चालीसा का पाठ, सभी मनोकामनाएं होंगी पूरी

Maa Shailputri Chalisa 2025: हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री को समर्पित है। इस दिन इनकी चालीसा का पाठ करने से लाभ हो सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।

Maa Shailputri Chalisa 2025 | Image: Freepik

Maa Shailputri Chalisa 2025: सनातन धर्म में शारदीय नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री की पूजा के लिए जाना जाता है। पंचांग के हिसाब से यह आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होता है। इस दिन कलश स्थापना किया जाता है और फिर मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। वहीं कुल 9 दिन तक कलश की पूजा की जाती है। 

अब ऐसे में जो भी जातक नवरात्रि के दिन नौ देवियों का पूजा कर रहे हैं तो आइए हम आपको नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री के चालीसा का पाठ करने के बारे में विस्तार से बताएंगे।

मां शैलपुत्री के चालीसा का पाठ करें

शारदीय नवरात्रि के दिन मां शैलपुत्री की पूजा करने के बाद चालीसा का पाठ जरूर करें। इससे भाग्योदय हो सकता है। 

॥दोहा॥

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल।

विघ्न हरण मंगल मूरति, जय जय गिरिजा लाल॥

॥चौपाई॥

जय गिरिराजकुमारि जगत जननी।

सकल सृष्टि पालक भवानी भवानी॥

जय शैलपुत्री माता महिमा अपार।

जो कोई तुमको ध्यावत भव भव पार॥

चंद्रार्ध मस्तक विराजत सुभ गंगा।

तुमहि देखि हरषत हिय शिव संगा॥

वाहन वृषभ राजत छवि निराली।

सोहत रूप मातु शिव की ललाली॥

कहत अष्टमां महिमा अमृत वाणी।

महिमा अपरम्पार विधि न जानी॥

कली कालक पाप हटावनि हरता।

संतन प्रभु प्रीति प्रभु भवानी करता॥

जो कोई तुहि ध्यावत रुधि रासि भवानी।

सकल सृष्टि पालक दुर्गा भवानी॥

गौरी शंकर संग विराजति सुहावनि।

मंगल कारण काली माई कहलावनि॥

ध्यान धरत जो कोई नर भवानी।

ये भी पढ़ें - Shardiya Navratri 2025 Falahari Recipes : नवरात्रि के फलाहार में हर शाम बनाएं ये विशेष तरह के व्यंजन, देखें फोटो गैलेरी

सकल सृष्टि में होत सुबानी॥

श्री शैलपुत्री चालीसा का पाठ।

करत ध्यान जस आपनि दास॥

विनय राम दास मनु प्रीतम भवानी।

तासु ध्यान से सकल सृष्टि भवानी॥

मां शैलपुत्री के चालीसा का पाठ करने का महत्व

शारदीय नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री के चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति को सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और अगर आपकी कोई मनोकामना है तो वह शीघ्र ही पूरी हो सकती है। अगर आपके जीवन में किसी तरह की कोई परेशानी आ रही है तो इससे भी जल्द छुटकारा मिल सकता है। 

Published By : Aarya Pandey

पब्लिश्ड 21 September 2025 at 14:47 IST