अपडेटेड 16 July 2025 at 10:11 IST
Sawan 2025: शिवलिंग की पूजा करते समय महिलाएं किन बातों का रखें ख्याल? भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए जान लें सही नियम
सावन में भक्तजन शिवलिंग पर जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और विविध अनुष्ठान करते हैं। शास्त्रों में शिवलिंग की पूजा के लिए खास नियम बताए गए हैं।
Sawan 2025 Shivling Puja: सावन के पावन महीने की शुरुआत हो चुकी है। 11 जुलाई से शुरू हुए सावन का समापन 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन होगा।
सावन का पूरा महीना भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। ऐसे में शिव मंदिरों और शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है। भक्तजन शिवलिंग पर जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और विविध अनुष्ठान करते हैं। शास्त्रों में शिवलिंग की पूजा के लिए खास नियम बताए गए हैं। विशेषकर महिलाओं के लिए शिवलिंग पूजन से जुड़े कुछ अहम नियम बताए गए हैं। ऐसे में उन्हें इस बारे में जरूर ज्ञात होना चाहिए।
शिवलिंग पूजन का क्या है महत्व?
भगवान शिव एकमात्र ऐसे देवता हैं जो लिंग रूप में पूजे जाते हैं। शिव का अर्थ- परम कल्याणकारी और लिंग का अर्थ सृजन का प्रतीक है। वेदों और वेदांत के मुताबिक, लिंग शब्द सूक्ष्म शरीर के लिए किया जाता है जो 17 तत्वों से बना होता है। इसमें मन, बुद्धि, पांच ज्ञानेंद्रियां पांच कर्मेन्द्रियां और पांच वायु शामिल हैं।
वहीं वायु पुराण के अनुसार, प्रलयकाल में पूर्ण सृष्टि जिसमें लीन हो जाती है और फिर जिससे दोबारा प्रकट होती है वही लिंग है। इसी प्रकार से लिंग को संसार का संपूर्ण ऊर्जा का प्रतीक माना गया है।
महिलाओं को बरतनी चाहिए ये सावधानियां
शास्त्रों में शिवलिंग को पुरुष तत्व का प्रतिनिधि माना गया है। इसलिए महिलाओं को शिवलिंग की पूजा बिना स्पर्श किए करने को कहा जाता है। इसके बावूजद अगर कोई महिला श्रद्धा भाव से शिवलिंग को छूकर आशीर्वाद प्राप्त करना चाहती है तो उसे ‘नंदी मुद्रा’ में ही स्पर्श करना चाहिए।
महिलाओं को नंदी मुद्रा में करनी चाहिए पूजा
महिलाओं को नंदी मुद्रा में बैठकर पूजा करनी चाहिए। इसमें पहली और आखिरी उंगली को सीधा, जबकि बीच की दो उंगलियों को अंगूठे से जोड़ा जाता है। मान्यता है कि इस मुद्रा में शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव बेहद प्रसन्न होते हैं और भक्त ही हर मनोकामना जल्द पूरी करते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 16 July 2025 at 10:11 IST