अपडेटेड 29 December 2025 at 07:56 IST
Paush Putrada Ekadashi 2025 Mantras : पौष पुत्रदा एकादशी के दिन जरूर करें इन मंत्रों का जाप, सभी कष्ट होंगे दूर और मिलेगा पुत्र प्राप्ति का आशीर्वाद
Paush Putrada Ekadashi 2025 Mantras: हिंदू धर्म में पौष महीने में पड़ने वाली एकादशी तिथि को पौष पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। कुछ ऐसे मंत्र हैं, जिसका जाप करने से भाग्योदय हो सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
Paush Putrada Ekadashi 2025 Mantras: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है, और जब बात पौष पुत्रदा एकादशी की हो, तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। साल 2025 में पौष मास के शुक्ल पक्ष की यह एकादशी समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाली मानी जा रही है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, 'पुत्रदा एकादशी' मुख्य रूप से योग्य संतान की प्राप्ति और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए रखी जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करने और मंत्रों का जाप करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं। अब ऐसे में कुछ ऐसे मंत्र हैं, जिसका जाप करने से व्यक्ति को उत्तम परिणाम मिल सकते हैं। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
संतान प्राप्ति के लिए मंत्र
यदि आप संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, तो भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करें। यह मंत्र संतान सुख की प्राप्ति के लिए बेहद शुभ माना गया है।
ॐ देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते। देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः
सुख-समृद्धि के लिए करें मंत्र
भगवान विष्णु के इस सरल और शक्तिशाली मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए। इस द्वादशाक्षर मंत्र के जाप सुख-शांति की प्राप्ति हो सकती है।
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
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सौभाग्य वृद्धि के लिए मंत्र
भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए 'विष्णु सहस्रनाम' या इस लघु मंत्र का जाप करें। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति का भाग्योदय हो सकता है।
मंगलम भगवान विष्णुः, मंगलम गरुणध्वजः। मंगलम पुण्डरीकाक्षः, मंगलाय तनो हरिः॥
एकादशी करने के दौरान किन बातों का ध्यान रखें
- एकादशी के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करें और पीले वस्त्र धारण करें।
- भगवान विष्णु को भोग लगाते समय तुलसी दल अवश्य अर्पित करें, लेकिन याद रहे कि एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए ।
- संध्या के समय भगवान के सामने घी का दीपक जलाएं और विष्णु चालीसा का पाठ करें।
- इस दिन पूरी तरह से सात्विक भोजन करें। इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 29 December 2025 at 07:56 IST