अपडेटेड 2 September 2025 at 12:46 IST
Parivartini Ekadashi 2025: परिवर्तिनी एकादशी के दिन इस विधि से करें भगवान विष्णु की पूजा, घर में आएगी सुख-शांति और समृद्धि
Parivartini Ekadashi 2025: सनातन धर्म में परिवर्तिनी एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। अब ऐसे में इस दिन किस विधि से पूजा करना करना है और पूजा का महत्व क्या है? आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं।
Parivartini Ekadashi 2025: हिंदू पंचांग के हिसाब से भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन परिवर्तिनी एकादशी का व्रत रखने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि अगर किसी जातक के जीवन में अकारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो इस दिन व्रत रखने से लाभ हो सकता है। इतना ही नहीं, यह व्रत व्यक्ति को सभी पापों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
इतना ही नहीं, परिवर्तिनी एकादशी का व्रत रखने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है।
अब ऐसे में इस साल परिवर्तिनी एकादशी का व्रत 03 सितंबर 2025 बुधवार के दिन रखा जाएगा। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित दयानंद त्रिपाठी से विस्तार से भगवान विष्णु की पूजा विधि और महत्व के बारे में विस्तार से जानते हैं।
परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा विधि
परिवर्तिनी एकादशी के दिन सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठें।
उसके बाद स्नान करके व्रत संकल्प लें।
इस दिन चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें।
उन्हें गंगाजल के पवित्र करके रोली लगाएं।
रोली लगाने के बाद फूल, अक्षत अर्पित करें।
इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को फल और मिठाई का भोग लगाएं।
इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप विधिवत रूप से करें। इससे व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी हो सकती है।
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आखिर में भगवान विष्णु की आरती करें।
परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के लाभ
परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से जीवन में आ रहे सभी संकट दूर हो सकते हैं और घर में सुख-शांति के साथ-साथ समृद्धि का आगमन होता है। इतना ही नहीं, इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा भी जरूर करें। इनकी पूजा के आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल सकता है। इस दिन व्रत रहने से और पूजा-पाठ करने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है।
Published By : Aarya Pandey
पब्लिश्ड 2 September 2025 at 12:46 IST