अपडेटेड 4 October 2024 at 21:49 IST
Maa Chandraghanta: नवरात्रि के तीसरे दिन इस विधि से करें मां चंद्रघंटा की पूजा, जानें शुभ मुहूर्त
Navratri के तीसरे दिन मां Maa Chandraghanta की पूजा की जाती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इन देवी की पूजा विधि क्या है और इन्हें कैसे प्रसन्न किया जा सकता है।
Maa Chandraghanta Puja Vidhi: नवरात्रि का तीसरा दिन मां चंद्रघंटा को समर्पित है। इस दिन उनकी विधिवत पूजा अर्चना की जाती है और उनका प्रिय भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि माता चंद्रघंटा की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है और साधक की अधूरी इच्छाएं पूरी होती है। ऐसे में इनकी पूजा की विधि और शुभ मुहूर्त का खास ध्यान रखना चाहिए। तो चलिए आपको मां चंद्रघंटा की पूजा से जुड़ी हर बात बताते हैं।
सबसे पहले मां चंद्रघंटा के स्वरूप की बात करते हैं। देवी चंद्रघंटा के मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्रमा विराजमान है, जिस कारण इनका चंद्रघंटा नाम पड़ा। मां दुर्गा का यह स्वरूप बेहद ही सुंदर, मोहक, अलौकिक, कल्याणकारी और शांतिदायक है। मान्यता है कि विधि-विधान से पूजा करने से मां भक्तों पर प्रसन्न होकर उन्हें शांति और समृद्धि का आशीर्वाद देती है। तो चलिए जानते हैं देवी चंद्रघंटा की पूजा विधि, प्रिय भोग और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है।
साहस और शक्ति की देवी हैं मां चंद्रघंटा
मां चंद्रघंटा की पूजा एक विशेष धार्मिक प्रक्रिया है, विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान की जाती है। इन्हें शक्ति, साहस, और समर्पण की देवी माना जाता है। यहां पर मां चंद्रघंटा की पूजा करने का तरीका बताया गया है, जो आप आगे स्टोरी में पढ़ सकते हैं।
मां चंद्रघंटा की पूजा क्या-क्या शामिल करें?
- मां चंद्रघंटा की मूर्ति
- लाल या पीले रंग के फूल
- धूप और दीपक
- मिठाई (लड्डू या काजू की बर्फी)
- फल (सेब, केला)
- पान के पत्ते, नारियल और चंदन
- सिंदूर और लाल चूड़ियां
इस विधि से करें मां चंद्रघंटा की पूजा
- सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें।
- फिर देवी की मूर्ति के सामने आसन लगाएं। फिर सबसे पहले धूप और दीप जलाएं। और मां चंद्रघंटा का स्मरण करते हुए उनका आवाहन करें।
- इसके बाद देवी को फूल, मिठाई और नैवेद्य अर्पित करें। फिर उनकी स्तुति में मंत्रों का जाप करें।
- मां चंद्रघंटा के लिए विशेष रूप से "ऊं देवी चंद्रघंटायै नमः" इस मंत्र का जाप करें।
- आखिरी में मां की आरती करें और प्रार्थना करें।
- प्रार्थना करते समय मां से अपनी इच्छाएं और समस्याएं साझा करें और आत्मसमर्पण का भाव रखें।
- पूजा समाप्त करने के बाद प्रसाद का वितरण करें और खुद भी उसे ग्रहण करें।
मां चंद्रघंटा की पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचांग के मुताबिक, मां चंद्रघंटा की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 46 मिनट से लेकर 12 बजकर 33 मिनट तक रहेगा।
मां चंद्रघंटा की पूजा में ध्यान रखें ये बातें
- पूजा के दौरान पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ जुड़ें।
- पूजा का समय विशेष रूप से सुबह का या सूर्यास्त के बाद का होना चाहिए।
- पूरे मन से प्रार्थना करें और ध्यान लगाएं।
- इसी प्रकार मां चंद्रघंटा की पूजा कर के आप उनके आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 4 October 2024 at 21:49 IST