अपडेटेड 16 July 2024 at 16:26 IST

Kanwar Yatra 2024: कांवड़ यात्रा की शुरुआत कैसे हुई? जानें पहले कांवड़िया थे कौन

What is the story behind Kawad Yatra? पहली बार कावड़ कौन लेकर गया था और कांवड़ यात्रा किसके द्वारा शुरू की गई थी, जानते हैं इन प्रश्नों के बारे में...

कावड़ यात्रा की शुरुआत कैसे हुई? जानें पहले कावड़िया थे कौन | Image: PTI

What is the story behind Kawad Yatra? सावन महीने का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि इस महीने में कांवड़ यात्रा शुरू होती है। कांवड़िया गंगाजल भरने के लिए गंगा घाट तक पैदल यात्रा करते हैं और फिर भगवान शिव की पूजा कर उस जल से जलाभिषेक करते हैं। ऐसे में इस साल सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। 

आपको पता होना चाहिए कि सबसे पहली बार कांवड़ कौन लेने गया था और कांवड़ की यात्रा किसने शुरू की थी? आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि पहली बार कावड़ कौन लेने गया और ये यात्रा किसने शुरू की। पढ़ते हैं आगे... 

कांवड़ यात्रा की शुरुआत कैसे हुई?

कथा 1 - रामायण के मुताबिक, त्रेता युग में श्रवण कुमार ने अपने माता-पिता के साथ कावड़ यात्रा पहली बार की। इस दौरान श्रवण कुमार ने हरिद्वार में गंगा स्नान कर अपने माता-पिता को तीर्थ यात्रा करवाई। चूंकि श्रवण कुमार द्वारा माता-पिता को कावड़ में बैठकर यात्रा कराई थी इसलिए मान्यता है कि पहली बार श्रवण कुमार ने ही कावड़ यात्रा शुरू की। 

कथा 2 - कुछ ग्रंथों में कहां गया है कि इस परम्परा को आगे बढ़ाते हुए परशुराम जी ने उत्तर प्रदेश के बागपत के पास स्थित पुरा महादेव पर जलाभिषेक किया। परशुराम जी जलाभिषेक के लिए भगवान गढ़मुक्तेश्वर से गंगाजल लाए थे। 

कथा 3 - मान्यता एक ये भी है कि भगवान परशुराम जी के बाद श्री राम ने भी कावड़ यात्रा की, जिससे भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त हो सके। कहते हैं कि राम जी ने झारखंड के सुल्तानगंज में शिवलिंग का जलाभिषेक किया।

कथा 4 - वहीं इसके पीछे समुद्र मंथन से जुड़ी कहानी भी है। मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान भगवान शिव ने हलाहल विष का पान किया, जिससे उनके कंठ में जलन होने लगी। तब जलन शांत करने के लिए रावण ने शीतल जल कावड़ में भरकर शिवजी को अर्पित किया था।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Garima Garg

पब्लिश्ड 15 July 2024 at 16:11 IST