अपडेटेड 15 September 2024 at 16:05 IST
Pitru Paksha 2024 Date: कब से शुरू हो रहा है पितृपक्ष? 17 या 18 सितंबर, दूर करें कन्फ्यूजन
Pitru paksha start date 2024: बेहद खास माना जाने वाला पितृपक्ष की डेट को लेकर लोगों में कन्फ्यूजन है। आइए जानते हैं इस साल यह कब से शुरू हो रहा है।
Pitru paksha 2024 date and time: हिंधू धर्म में पितृपक्ष (pitru paksha) को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान श्राद्ध में तीन पीढ़ियों तक के पितरों को तर्पण और पिंडदान (pind daan) देने का विधान है। कहते हैं कि श्राद्ध में तर्पण के जरिए पितरों का ऋण चुकाया जा सकता है। साथ ही पितृपक्ष (pitru paksha) में श्राद्ध (shradh) कर्म करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। हालांकि इस बार यह कब से शुरू हो रहा है इसे लेकर लोगों में काफी कन्फ्यूजन देखने को मिल रहा है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस साल पितृपक्ष (pitru paksha date) की शुरुआत कब से हो रही है।
शास्त्रों की मानें तो, श्राद्ध (shradh) करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और वह तृप्त होकर श्राद्ध करने वाले की सभी कामनाओं को पूरा करते हैं। इसके अलावा श्राद्ध करने वाले व्यक्ति से विश्वेदेव गण, पितृ गण, मातामह और कुटुंबजन सभी संतुष्ट रहते हैं। धार्मिक मान्यता के मुताबिक पितृ पक्ष (pitru paksha 2024) में पितृ स्वयं श्राद्ध लेने आते हैं और श्राद्ध मिलने पर प्रसन्न होते हैं। तो चलिए जानते हैं यह कब से शुरू हो रहा है।
कब से शुरू हो रहा है पितृपक्ष? (pitru paksha 2024 date)
हर साल भादो माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा (Purnima) तिथि से शुरू होकर आश्विन माह की अमावस्या तिथि तक चलने वाला पितृपक्ष (pitru paksha date) इस साल 17 सितंबर 2024 दिन मंगलवार को 11 बजे से शुरू हो रहा है, जो अगले 15 दिनों तक यानी आश्विन माह की अमावस्या (Amawasya) तक चलता है। इस दौरान पितरों को जल देने का विधान है।
कब खत्म होगा पितृपक्ष? (pitru paksha end date)
ऐसे में बहुत से लोग यह भी जानना चाहते हैं, कि यह खत्म कब होगा। बता दें कि आश्विन माह की अमावस्या के दिन खत्म होने वाला पितृपक्ष (pitru paksha) इस साल 2 अक्टूबर 2024 दिन बुधवार को समाप्त होगा।
पिंडदान में क्या-क्या करना चाहिए? (Pind daan)
पिंडदान में पितरों को भोजन का दान दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष यानी पूर्वज श्राद्ध में गाय, कुत्ता, कौवा, चींटी या देवताओं के रूप में आकर भोजन ग्रहण करते हैं। इसलिए पितृ पक्ष के दौरान भोजन के पांच अंश निकालने का विधान है।
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Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 15 September 2024 at 16:05 IST