अपडेटेड 23 February 2024 at 21:42 IST
Hanuman Ji को करना है प्रसन्न तो इन चीजों के साथ चढ़ाएं सिंदूर, हर मनोकामना होगी पूरी!
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक बजरंगबली की पूजा में सिंदूर बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन बहुत कम ही लोग जानते हैं कि संकटमोचन को सिंदूर कैसे चढ़ाना चाहिए।
Shaniwar Hanuman Ji Sindoor Upay: हनुमान जी की पूजा के लिए मंगलवार और शनिवार का दिन सबसे उत्तम माना जाता है। इस दिन लोग इनकी पूजा अर्चना करने के साथ ही कुछ उपायों को भी करते हैं, क्योंकि इस दिन राम भक्त हनुमान को प्रसन्न करना बहुत ही आसान होता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक बजरंगबली की पूजा में सिंदूर बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन बहुत कम ही लोग जानते हैं कि संकटमोचन को सिंदूर कैसे चढ़ाना चाहिए।
शास्त्रों के मुताबिक हनुमान जी को कभी भी सिर्फ सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए। बजरंगबली को सिंदूर के साथ हमेशा तीन चीजें अर्पित करनी चाहिए। अगर आप भी कई परेशानियों से घिरे हैं और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं, तो चलिए जानते हैं कि सिंदूर को किन-किन चीजों के साथ चढ़ाना चाहिए।
हनुमान जी को करना है प्रसन्न, तो सिंदूर के साथ चढ़ाएं ये चीजें
सिंदूर के साथ चमेली का तेल
धार्मिक मान्यता के मुताबिक सिंदूर के साथ चमेली का तेल मिलाकर हनुमान जी को अर्पित करना चाहिए। कहते हैं ऐसा करने पर नकारात्मकता या बुरी ऊर्जा को दूर करने में मदद मिलती है और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा प्रवाह होता है।
शुद्धी देसी घी के साथ चढ़ाएं सिंदूर
पौराणिक मान्यता के मुताबिक जब राम जी और रावण के बीच युद्ध खत्म हुआ था तब सभी वानर सेना और राम जी ने हनुमान जी को घी और सिंदूर का लेप लगाया था। तभी से हनुमान जी को सिंदूर के साथ घी अर्पित किया जाने लगा। धार्मिक मान्यता के मुताबिक ऐसा करने पर जातक को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं लगती है।
सिंदूर के साथ चढ़ाएं गुलाब का फूल
शास्त्रों के मुताबिक हनुमान जी को सिन्दूर के साथ गुलाब का फूल भी चढ़ाना चाहिए। मान्यता है कि गुलाब का फूल हनुमान जी को चढ़ा कर अपनी मनोकामना उनके सामने रखने से जातक की इच्छा अवश्य पूरी होती है। साथ ही, अगर धन कहीं अटक गया है तो वह भी वापस आ जाता है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 23 February 2024 at 21:21 IST