अपडेटेड 27 October 2025 at 23:43 IST
Chhath Puja 2025 Usha Arghya Vidhi: छठ का आखिरी दिन, जानें सुबह के अर्घ्य की पूजा विधि और मंत्र, बनी रहेगी सूर्यदेव और छठी माता की कृपा
Chhath Puja 2025: छठ पूजा केवल एक व्रत नहीं, बल्कि आस्था, अनुशासन और प्रकृति के प्रति सम्मान का पर्व है। उषा अर्घ्य के साथ जब भक्त सूर्यदेव को जल अर्पित करते हैं, तो वह सिर्फ भगवान से नहीं, बल्कि नई उम्मीद और उजाले से जुड़ते हैं।
देशभर में श्रद्धा भाव के साथ छठ पूजा का त्यौहार मनाया जा रहा है। वहीं आज छठ पूजा का आखिरी दिन सबसे खास और शुभ माना जाता है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और छठी माता से परिवार की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि जो श्रद्धा और भक्ति से यह पूजा करता है, उसके जीवन में सूर्यदेव और छठी माई की कृपा हमेशा बनी रहती है।
उषा अर्घ्य का महत्व
छठ पूजा के चौथे दिन व्रती सुबह-सुबह नदी, तालाब या घाट पर जाकर उगते सूर्य को जल अर्पित करते हैं। इस अर्घ्य को “उषा अर्घ्य” कहा जाता है। यह पूजा नई ऊर्जा, शुद्धता और आरोग्य का प्रतीक मानी जाती है।
उषा अर्घ्य की पूजा विधि
- सुबह सूर्योदय से पहले व्रती स्नान करके घाट या जलाशय पर जाते हैं।
- बांस की सूप या दौरी में ठेकुआ, फल (केला, नारियल, नींबू), और गन्ना रखा जाता है।
- सूर्य के उदय होते ही व्रती दोनों हाथों से जल अर्पित करते हैं।
- जल अर्पण के समय सूर्यदेव और छठी माता के मंत्रों का जाप किया जाता है।
- पूजा के बाद व्रती अपने परिवार के लिए स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मांगते हैं।
- अर्घ्य देने के बाद छठी माता की कथा सुनना और फिर पारण करके व्रत का समापन करना शुभ माना जाता है।
सूर्य को अर्घ्य देने का सही समय
- तारीख: 28 अक्टूबर 2025 (बुधवार)
- उगते सूर्य का समय: सुबह लगभग 6:06 बजे से 6:30 बजे के बीच
अर्घ्य देते समय बोले जाने वाले मंत्र
- ॐ सूर्याय नमः
- ॐ आदित्याय नमः
- ॐ भास्कराय नमः
- ॐ मित्राय नमः
- ॐ रवये नमः
इन मंत्रों के साथ जल अर्पित करने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं और जीवन में नई रोशनी का संचार होता है।
उषा अर्घ्य के लाभ
- परिवार में शांति और सुख-समृद्धि आती है।
- बीमारियों से रक्षा होती है।
- सूर्यदेव की कृपा से ऊर्जा और आत्मविश्वास बढ़ता है।जीवन में सकारात्मकता और सफलता का मार्ग खुलता है।
इस छठ पूजा पर श्रद्धा और भक्ति से उगते सूर्य को अर्घ्य दें, ताकि आपके जीवन में भी हमेशा प्रकाश और समृद्धि बनी रहे।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 27 October 2025 at 23:39 IST