अपडेटेड 30 March 2025 at 07:17 IST
Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि के दौरान गलती से भी न करें ये काम, जानिए क्या करना सही और क्या नहीं
Chaitra Navratri 2025 Rules: चैत्र नवरात्रि आज से शुरू हो रहे हैं। इस दौरान आपको भूलकर भी कुछ काम नहीं करने चाहिए।
Chaitra Navratri 2025 Ke Niyam: आज यानी रविवार 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा और व्रत किए जाने की परंपरा है। माना जाता है कि नवरात्रि के दौरान मां दुर्ग के सभी नौ स्वरूपों की पूजा और व्रत करने से साधक को मनचाहा फल मिलता है।
ऐसे में अगर आप भी नवरात्रि उत्सव मनाते हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि नवरात्रि के दौरान आप कौन से काम कर सकते हैं और कौन से काम नहीं कर सकते हैं। तो चलिए बिना किसी देरी के जानते हैं नवरात्रि के नियमों के बारे में।
चैत्र नवरात्रि में न करें ये काम (Do not do these things during Chaitra Navratri)
- नवरात्रि के दौरान घर और घर के आस-पास बिल्कुल भी गंदगी न होने दें। माना जाता है कि जिस घर में गंदगी होती है उस घर में मां प्रवेश नहीं करती हैं।
- नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्रि उत्सव के दौरान गुस्सा करना, अपशब्द या झूठ बोलने से बचना चाहिए। ये गलतियां आप पर भारी पड़ सकती हैं।
- नवरात्रि के दौरान आपको लेदर से बनी चीजें जैसे बेल्ट, पर्स, जूते इत्यादि की न तो खरीदारी करनी है और न ही इनका इस्तेमाल करना है।
- नवरात्रि में नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा की जाती है इसलिए इस दौरान गलती से शराब व मांस का सेवन करने से बचें।
- नवरात्रि के दौरान भक्तों को अपने बाल, दाढ़ी और नाखून भी नहीं काटने चाहिए।
चैत्र नवरात्रि में करें ये काम (Do these things during Chaitra Navratri)
- नवरात्रि के दौरान सात्विक भोजन का ही सेवन करें।
- नवरात्रि के दौरान पूजा-पाठ के साथ-साथ आपको दान-पुण्य का कार्य भी करना चाहिए।
- इस दौरान सुबह शाम विधि विधान से मां दुर्गा के सभी रूपों की पूजा अर्चना करें।
- नवरात्रि के दौरान दुर्गा चालीसा और दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करें। ऐसा करने से मां दुर्गा आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगी।
- नवरात्रि के दौरान रोजाना सुबह घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई जरूर करें। तभी माता आपके घर में प्रवेश करेंगी।
मां दुर्ग पूजा में करें इन मंत्रों का जप (Maa Durga Ke Mantra)
"ॐ दुं दुर्गायै नमः।"
"सर्वमंगल मङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्रायमि कौरवे नारायणि नमोऽस्तुते॥"
"ॐ शक्तेः शिवे धर्मेण दुर्गे यक्षिणि व्रजे।
विनायकं महाक्रूरं महाशक्तिं महाप्रभाम्॥"
"ॐ जयन्ति मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा शिवा महाक्रूरी कालरात्रि महाप्रभा॥"
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 30 March 2025 at 07:17 IST