अपडेटेड 31 March 2025 at 09:09 IST

Maa Brahmacharini Puja: नवरात्रि के दूसरे दिन पूजा में पढ़ें मां ब्रह्मचारिणी की ये आरती, लगाएं इस चीज का भोग

Maa Brahmacharini Puja: नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की इस आरती का पाठ जरूर करें।

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मां ब्रह्मचारिणी | Image: Freepik

Maa Brahmacharini Aarti: आज चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2025) का दूसरा दिन है। नवरात्रि में नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा करने का विधान है। नवरात्रि के दूसरे दिन मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा की जाती है। माना जाता है कि मां ब्रह्मचारिणी विश्व में ऊर्जा का प्रवाह करती हैं।

इतना ही नहीं मां की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। ऐसे में आपको नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न करने के लिए उनकी विशेष आरती के साथ-साथ उन्हें उनकी प्रिय चीज का भोग भी लगाना चाहिए। आइए जानते हैं इस बारे में।

माँ ब्रह्माचारिणी की आरती (Maa Brahmacharini Aarti)

जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता,
जय चतुरानन प्रिय सुख दाता।
ब्रह्मा जी के मन भाती हो,
ज्ञान सभी को सिखलाती हो।

ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा,
जिसको जपे सकल संसारा।
जय गायत्री वेद की माता,
जो मन निस दिन तुम्हें ध्याता।

कमी कोई रहने न पाए,
कोई भी दुख सहने न पाए।
उसकी विरति रहे ठिकाने,
जो तेरी महिमा को जाने।

रुद्राक्ष की माला ले कर,
जपे जो मंत्र श्रद्धा दे कर।
आलस छोड़ करे गुणगाना,
माँ तुम उसको सुख पहुंचाना।

ब्रह्माचारिणी तेरो नाम,
पूर्ण करो सब मेरे काम।
भक्त तेरे चरणों का पुजारी,
रखना लाज मेरी महतारी।

भोग

मां ब्रह्मचारिणी को मिश्री या पंचामृत का भोग लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं पंचामृत बनाने की विधि क्या है।

भोग की सामग्री

  • आधा कप दूध
  • दही
  • शहद
  • घी
  • चीनी
  • केसर
  • कटे हुए मेवे (काजू, बादाम, किशमिश)
  • गंगाजल
  • तुलसी के पत्ते

विधि-

  • पंचामृत बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़ा चम्मच दूध गर्म करें और उसमें केसर के धागे भिगो दें।
  • अब एक बाउल में साधारण दूध और दही मिला लें।
  • इसे एक साथ मिलाकर अच्छी तरह से घोल लें।
  • दूध-दही के मिश्रण में शहद और चीनी मिलाएं
  • अब इसमें घी पिघलाकर डाल दें।
  • इस पूरे मिश्रण को अब अच्छे से ब्लेंड करें।
  • अब इसमें शुरुआत में बनाया गया केसर वाला दूध मिला लें।
  • अंत में इसमें कटे हुए मेवे, थोड़ा सा गंगाजल और तुलसी के पत्ते डालकर तैयार कर लें।
  • अब मां ब्रह्मचारिणी को इस पंचामृत का  भोग लगाएं।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्‍यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।

Published By : Kajal .

पब्लिश्ड 31 March 2025 at 09:09 IST