अपडेटेड 2 January 2025 at 08:05 IST
Brihaspati Dev Ke Naam: नए साल का पहला गुरुवार आज, पूजा में जरूर करें बृहस्पति देव के इन नामों का जाप; बनी रहेगी खुशहाली
Brihaspati Dev ke 108 Naam: गुरुवार के दिन बृहस्पति देव की पूजा करते समय उनके 108 नामों के मंत्रों का जाप जरूर करें।
Brihaspati Dev ke 108 Naam: आज नए साल 2025 का पहला गुरुवार है। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) और बृहस्पति देव (Brihaspati Dev) को समर्पित है। माना जाता है कि इस दिन बृहस्पति देव की श्रद्धापूर्वक पूजा करने से प्रभु अपने भक्तों पर हमेशा अपनी कृपा बनाए रखते हैं। इतना ही नहीं बृहस्पति देव अपने भक्तों को सभी संकटों-दुखों से उबार कर बुरी शक्तियों का नाश भी करते हैं।
गुरु बृहस्पति देव की उपासना के साथ-साथ उनके नाम का व्रत रखने वालों का वैवाहिक जीवन बेहद सुखद और खुशहाल रहता है। ऐसे में अगर आप भी बृहस्पति देव की कृपा पाना चाहते हैं तो आपको गुरुवार के दिन उनकी पूजा करते समय उनके 108 नामों का जाप जरूर करना चाहिए। बृहस्पति देव के 108 नामों के मंत्र कुछ इस प्रकार से हैं।
बृहस्पति देव के 108 नाम (Brihaspati Dev Ke 108 Names Mantra)
- ॐ जयावहाय नमः।
- ॐ अंगीरसाय नमः।
- ॐ चित्रशिखंडिजाय नमः।
- ॐ बृहद्रथाय नमः।
- ॐ बृहद्भानवे नमः।
- ॐ बृहस्पतये नमः।
- ॐ अभीष्टदाय नमः।
- ॐ सुराचार्याय नमः।
- ॐ गुरवे नमः।
- ॐ गुणाकराय नमः।
- ॐ गोप्त्रे नमः।
- ॐ गोचराय नमः।
- ॐ गोपतिप्रियाय नमः।
- ॐ गुणिने नमः।
- ॐ गुणवंतांश्रेष्ठाय नमः।
- ॐ गुरूनां गुरवे नमः।
- ॐ अव्ययाय नमः।
- ॐ जेत्रे नमः।
- ॐ जयंताय नमः।
- ॐ जयदाय नमः।
- ॐ जीवाय नमः।
- ॐ अनंताय नमः।
- ॐ सुराराध्याय नमः।
- ॐ सुरकार्यहितंकराय नमः।
- ॐ गीर्वाणपोषकाय नमः।
- ॐ धन्याय नमः।
- ॐ गीष्पतये नमः।
- ॐ अध्वरासक्ताय नमः।
- ॐ विविक्ताय नमः।
- ॐ अध्वरकृते नमः।
- ॐ पराय नमः।
- ॐ वाचस्पतये नमः।
- ॐ वशिने नमः।
- ॐ वश्याय नमः।
- ॐ वरिष्ठाय नमः।
- ॐ वाग्विचक्षणाय नमः।
- ॐ चित्तशुद्धिकराय नमः।
- ॐ श्रीमते नमः।
- ॐ चैत्राय नमः।
- ॐ गिरीशाय नमः।
- ॐ अनघाय नमः।
- ॐ धीवराय नमः।
- ॐ धीषणाय नमः।
- ॐ दिव्यभूषणाय नमः।
- ॐ धनुर्धराय नमः।
- ॐ दैत्रहंत्रे नमः।
- ॐ दयापराय नमः।
- ॐ दयाकराय नमः।
- ॐ दारिद्र्यनाशनाय नमः।
- ॐ धन्याय नमः।
- ॐ दक्षिणायन संभवाय नमः।
- ॐ धनुर्मीनाधिपाय नमः।
- ॐ देवाय नमः।
- ॐ धनुर्बाणधराय नमः।
- ॐ हरये नमः।
- ॐ सर्वागमज्ञाय नमः।
- ॐ सर्वज्ञाय नमः।
- ॐ सर्ववेदांतविद्वराय नमः।
- ॐ ब्रह्मपुत्राय नमः।
- ॐ ब्राह्मणेशाय नमः।
- ॐ ब्रह्मविद्याविशारदाय नमः।
- ॐ समानाधिकनिर्मुक्ताय नमः।
- ॐ सर्वलोकवशंवदाय नमः।
- ॐ ससुरासुरगंधर्ववंदिताय नमः।
- ॐ सत्यभाषणाय नमः।
- ॐ सुरॆंद्रवंद्याय नमः।
- ॐ देवाचार्याय नमः।
- ॐ अनंतसामर्थ्याय नमः।
- ॐ वेदसिद्धांतपारंगाय नमः।
- ॐ सदानंदाय नमः।
- ॐ सर्वदाहृष्टाय नमः।
- ॐ सर्वगाय नमः।
- ॐ सर्वपूजिताय नमः।
- ॐ अक्रोधनाय नमः।
- ॐ मुनिश्रेष्ठाय नमः।
- ॐ नीतिकर्त्रे नमः।
- ॐ जगत्पित्रे नमः।
- ॐ सुरसैन्याय नमः।
- ॐ विपन्नत्राणहेतवे नमः।
- ॐ विश्वयोनये नमः।
- ॐ अनयोनिजाय नमः।
- ॐ भूर्भुवाय नमः।
- ॐ धनदात्रे नमः।
- ॐ भर्त्रे नमः।
- ॐ जीवाय नमः।
- ॐ महाबलाय नमः।
- ॐ काश्यपप्रियाय नमः।
- ॐ अभीष्टफलदाय नमः।
- ॐ विश्वात्मने नमः।
- ॐ विश्वकर्त्रे नमः।
- ॐ श्रीमते नमः।
- ॐ पीडाहराय नमः।
- ॐ वाचस्पतये नमः।
- ॐ पीतवाससे नमः।
- ॐ अद्वितीयरूपाय नमः।
- ॐ लंबकूर्चाय नमः।
- ॐ प्रकृष्टनेत्राय नमः।
- ॐ विप्राणांपतये नमः।
- ॐ भार्गवशिष्याय नमः।
- ॐ विपन्नहितकराय नमः।
- ॐ बृहस्पतये नमः।
- ॐ सुराचार्याय नमः।
- ॐ दयावते नमः।
- ॐ शुभलक्षणाय नमः।
- ॐ लोकत्रयगुरवे नमः।
- ॐ सर्वतोविभवे नमः।
- ॐ सर्वेशाय नमः।
- ॐ शुभग्रहाय नमः।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 2 January 2025 at 08:05 IST