अपडेटेड 10 March 2024 at 18:20 IST
Astro: आप भी करते हैं शमी के पौधे की पूजा? जानें कौन से तेल का जलाना चाहिए दीपक, होंगे ये फायदे
अगर आप भी शमी के पेड़ की पूजा करते हैं और रात में इसके नीचे दीपक जलाते हैं, तो चलिए जानते हैं कि शमी के नीचे कौन से तेल का दीया जलाना चाहिए।
Shami Ke Ped Me Kaun Sa Diya Jalana Chahiye: जिस तरह से तुलसी, नीम और केले के पेड़ की पूजा की जाती है। ठीक उसी तरह से शास्त्रों में शमी के पौधे की पूजा का भी विधान है। खास तौर पर शमी प्लांट की पूजा शिव जी और शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस पेड़ के नीचे दीपक जलाना भी बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कौन से तेल का दीपक जलाना चाहिए।
दरअसल, शास्त्रों के मुताबिक शनि देव और शिव जी का संबंध शमी के पौधे के साथ बताया गया है। मान्यता है कि इस पौधे को घर में उचित दिशा में रखने से लेकर दीपक जलाने के लिए किए जाने वाले तेल के इस्तेमाल तक का खास ध्यान रखना होता है, ताकि शनिदेव को प्रसन्न करना आसान रहे।
शमी के पेड़ के नीचे किस तेल का दीपक जलाना चाहिए?
शास्त्रों के मुताबिक शमी के पौधे के पास तिल के तेल का दीपक जलाना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा करने पर व्यक्ति के जीवन में कई तरह के बदलाव आते हैं और उन्हें फायदा भी मिलता है, तो चलिए जानते हैं इसके क्या-क्या फायदे हैं।
शमी के पौधे के पास दीया जलाने के फायदे
सुख-समृद्धि का होता है वास
ऐसी मान्यता है कि शमी के पौधे के पास तिल के तेल का दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
शनि की कू दृष्टि से मिलता है छुटकारा
शास्त्रों के मुताबिक शमी के पेड़ के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है और शनि की साढ़े साती और ढैय्या के प्रकोप से भी छुटकारा मिलता है।
शनिदेव होते हैं प्रसन्न बाधाएं होती हैं दूर
ऐसा भी कहा जाता है कि शमी के पौधे में तिल का दीपक जलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा जातक पर बनी रहती है इससे जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं।
सरसों के तेल का दीपक जलाने से क्या होता है?
शास्त्रों के मुताबिक शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए सरसों के तेल का दीपक भी बेहद शुभ माना जाता है, इसलिए आप चाहें तो शमी के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक भी जला सकते हैं यह भी शुभ माना गया है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सिर्फ अलग-अलग सूचना और मान्यताओं पर आधारित है। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता और प्रमाणिकता का दावा नहीं करता है।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 10 March 2024 at 18:20 IST