अपडेटेड 28 March 2025 at 09:09 IST
Gudi Padwa 2025: 29 या 30 मार्च, कब है गुड़ी पड़वा? जानिए डेट, महत्व और पूजा विधि
Gudi Padwa 2025 Date: आइए जानते हैं कि गुड़ी पड़वा का महत्व और इसकी पूजा विधि क्या है।
Gudi Padwa 2025 Date: हिंदू पंचांग में हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। महाराष्ट्र में हिंदू नववर्ष को गुड़ी पड़वा के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। महाराष्ट्र में इस खास अवसर पर मराठी समुदाय के लोग नए कपड़े पहनकर अपने घरों के बाहर समृद्धि के प्रतीक गुड़ी को लगाते हैं और पूजा करने के बाद लोगों के साथ मिलकर इस त्योहार को सेलिब्रेट करते हैं।
हालांकि इस साल गुड़ी पड़वा पर्व की डेट को लेकर लोगों में काफी कंफ्यूजन है। लोग 29 और 30 मार्च की तारीख को लेकर कंफ्यूज्ड हैं। ऐसे में चलिए हम बताते हैं कि गुड़ी पड़वा आखिर किस तारीख को मनाया जाएगा और इस त्योहार का महत्व क्या है।
कब है गुड़ी पड़वा? (Gudi Padwa 2025 Date Or Shubh Muhurat)
हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शनिवार, 29 मार्च को शाम 04 बजकर 27 मिनट पर शुरू होगी। जिसका समापन अगले दिन यानी रविवार, 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार रविवार, 30 मार्च को गुड़ी पड़वा का पर्व मनाया जाएगा। आइए जानते हैं इस खास त्योहार के महत्व के बारे में।
गुड़ी पड़वा का महत्व (Gudi Padwa 2025 Significance)
गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र में मनाया जाने वाला एक विशेष त्योहार है। इसे मराठी नववर्ष के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन लोग अपने घरों को साफ कर रंगोली और फूलों से सजाते हैं। साथ ही नए कपड़े पहनते हैं और पारंपरिक भोजन बनाते हैं। गुड़ी पड़वा के दिन लोग गुड़ी नामक एक विशेष ध्वज भी फहराते हैं, जो विजय और समृद्धि का प्रतीक है। इस दिन समृद्धि के प्रतीक गुड़ी को घर के आंगन में लगाकर उसकी पूजा और प्रार्थना की जाती है।
गुड़ी पड़वा 2025 की पूजा विधि (Gudi Padwa 2025 Puja Vidhi)
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और नए कपड़े पहनें।
- घर को साफ कर उन्हें रंगोली और फूलों से सजाएं।
- घर के आगे एक झंडा यानी गुड़ी लगाएं। गुड़ी को घर के मुख्य द्वार या फिर छत पर लगाया जाता है।
- फिर गुड़ी की पूजा कर उन्हें भोग लगाया जाता है।
- इस दिन लोग पारंपरिक भोजन भी बनाते हैं जिसमें श्रीखंड, पूरन पोली और साबुदाना वड़ा आदि जैसे व्यंजन शामिल हैं।
- इस त्योहार को लोग बेहद हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं और एक दूसरे को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हैं।
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Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 28 March 2025 at 09:03 IST