अपडेटेड 16 March 2025 at 23:06 IST
'ट्रेनों में उधर से भर-भरकर आ रहीं थीं लाशें...', Lex Fridman के Podcast में बोले पीएम मोदी-दिल पर पत्थर रखकर दिया पाकिस्तान
PM मोदी ने बताया भारत ने शांति के लिए कई प्रयास किए, जैसे 2014 में पाक PM नवाज शरीफ को शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित करना और 2015 में लाहौर का अप्रत्याशित दौरा।
PM Modi Podcast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में प्रसिद्ध पॉडकास्टर और एआई शोधकर्ता लेक्स फ्रिडमैन के साथ अपना अब तक का सबसे विस्तारित इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने भारत-पाकिस्तान संबंधों, आतंकवाद और भारत की विदेश नीति पर अपने विचार साझा किए। पीएम मोदी ने 1947 के विभाजन के दौरान हुई हिंसा को याद करते हुए कहा कि लाखों लोगों की हत्या हुई और पाकिस्तान से ट्रेनें भर-भरकर लाशें भारत आईं, जो एक भयावह मंजर था। उन्होंने बताया कि विभाजन के बाद भारत ने शांति की राह चुनी, लेकिन पाकिस्तान ने संघर्ष और आतंकवाद का रास्ता अपनाया। उदाहरण के तौर पर, उन्होंने 9/11 हमले के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन का पाकिस्तान में शरण लेना बताया, जिससे यह सिद्ध होता है कि आतंकवाद की मानसिकता पाकिस्तान में गहरे तक व्याप्त है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने शांति स्थापित करने के लिए कई प्रयास किए, जैसे 2014 में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित करना और 2015 में लाहौर का अप्रत्याशित दौरा। लेकिन, हर बार इन प्रयासों को शत्रुता और विश्वासघात का सामना करना पड़ा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पाकिस्तान की नेतृत्व को सद्बुद्धि आएगी और वे शांति की राह पर चलेंगे। पीएम मोदी ने भारत की सांस्कृतिक धरोहर पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि भारत हमेशा से शांति का पक्षधर रहा है, क्योंकि यह गौतम बुद्ध और महात्मा गांधी की भूमि है। उन्होंने बताया कि जब वे विश्व नेताओं से मिलते हैं, तो यह केवल उनका व्यक्तिगत मिलन नहीं होता, बल्कि 1.4 अरब भारतीयों की भावना होती है, जो उनकी पीठ पीछे खड़े हैं।
आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक संघर्ष
पीएम मोदी ने आतंकवाद को वैश्विक समस्या बताते हुए कहा कि पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी गतिविधियां दुनिया भर में समस्याएं उत्पन्न करती हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान अपनी नीति में बदलाव करेगा और आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाएगा। इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने भारत की विदेश नीति, शांति प्रयासों और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष पर अपने विचार साझा किए, जो उनकी सरकार की नीतियों और दृष्टिकोण को समझने में सहायक हैं।
आप इस इंटरव्यू को नीचे दिए गए वीडियो में देख सकते हैं
2002 के बाद से गुजरात में नहीं हुआ कोई बड़ा दंगा
पीएम मोदी ने इस पॉडकास्ट में गुजरात दंगों को लेकर भी बात की। उन्होंने बताया कि 7 अक्टूबर 2001 को मुझे गुजरात का मुख्यमंत्री बनना था। 24 फरवरी 2002 को मैं पहली बार विधायक बना। 27 फरवरी को मेरी सरकार बजट पेश करने वाली थी तभी हमें गोधरा कांड की सूचना मिली थी इसके पहले गुजरात में 250 से भी ज्यादा बड़े दंगे हुए थे। साल 1969 के दंगे 6 महीने तक चले थे हमारा विपक्ष सत्ता में था और उन्होंने हमारे खिलाफ इन झूठे मामलों में हमें दंडित करने की पूरी कोशिश की। उनके प्रयासों के बावजूद, न्यायपालिका ने घटनाओं के पूरे क्रम का विस्तार से विश्लेषण किया। आरोपियों को सजा मिली है। जबकि 2002 से पहले गुजरात में लगातार दंगे हुए थे 2002 के बाद कोई बड़ी घटना नहीं हुई है।'
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 16 March 2025 at 21:36 IST