अपडेटेड 5 June 2025 at 14:20 IST
PM मोदी ने अपने आवास पर लगाया सिंदूर का पौधा, 1971 वॉर की वीरांगनाओं ने किया था गिफ्ट; जानिए इसके फायदे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर दिल्ली के 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर सिंदूर का पौधा लगाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर दिल्ली के 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर सिंदूर का पौधा लगाया। ये पौधा उन्हें कच्च दौरे के दौरान 1971 के युद्ध की वीरांगनाओं ने भेंट किया था। युद्ध में उल्लेखनीय साहस दिखाने वाली इन महिलाओं के भाव से पीएम अभिभूत हुए। इस दौरान उन्होंने महिलाओं से कहा कि वह यह सिंदूर का पौधा अपने आवास पर लगाएंगे। इस पौधे को लेकर उन्होंने एक सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया है। इस पोस्ट में उन्होंने कहा, विश्व पर्यावरण दिवस पर आज मुझे पौधे को नई दिल्ली के प्रधानमंत्री आवास में लगाने का सौभाग्य मिला है।
इस मौके पर पीएम मोदी ने अपनी सरकार को गरीबों के कल्याण के लिए समर्पित बताया। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने पिछले एक दशक में कई लोगों को गरीबी के चंगुल से निकालने के लिए पथ-प्रदर्शक कदम उठाए हैं, जिसमें सशक्तिकरण, बुनियादी ढांचे और समावेशन पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
सिंदूर का पौधा क्या होता है और इसके क्या-क्या फायदे हैं?
सिंदूर का पौधा का वैज्ञानिक नाम Bixa orellana एक औषधीय और रंग देने वाला पौधा है। इस पौधे का अंग्रेजी में ''Kamila Tree'' या ''Kumkum Tree''कहा जाता है। इसे आम बोलचाल भाषा में "सिंदूरी", "लाट दुर्गा", या "अन्नाटो" भी कहा जाता है। इसमें लाल कलर के फल उगते हैं, जिसका इस्तेमाल कर पाउडर और लिक्विड फॉर्म में सिंदूर या लिपस्टिक तैयार की जाती है।
सिंदूर पौधे की खासियत (Features of Sindoor plant)
- वैज्ञानिक नाम: Bixa orellana
- परिवार: Bixaceae
- मूल स्थान: दक्षिण अमेरिका में सबसे पहले ये इस्तेमाल किया गया
- भारत में उगाई जाती है: उड़ीसा, मध्यप्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़
- प्राकृतिक रंग: इसके बीजों से लाल-नारंगी रंग मिलता है।
- रंग का इस्तेमाल: सिंदूर, खाद्य रंग, कॉस्मेटिक्स
सिंदूर का पौधे का औषधीय गुण (Medicinal properties of Sindoor plant)
- एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक तत्व मौजूद होते हैं।
- त्वचा रोगों, बुखार और हाई ब्लड प्रेशर में इस्तेमाल होता है।
- आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल पाचन और त्वचा विकारों में किया जाता है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 5 June 2025 at 14:20 IST