अपडेटेड 17 March 2025 at 12:59 IST
पाकिस्तान, अमेरिका, चीन से लेकर RSS से जुड़ाव तक, लैक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट में PM मोदी की 5 बड़ी बातें
मशहूर पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने पाकिस्तान, चीन, अमेरिका और आरएसएस से अपने जुड़ाव समेत कई अहम मुद्दों पर अपने जवाब दिए।
PM Modi: मशहूर पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुप्रतीक्षित पॉडकास्ट बीते दिन रिलीज हुआ। इसमें पीएम मोदी ने पाकिस्तान, चीन, अमेरिका और आरएसएस से अपने जुड़ाव समेत कई अहम मुद्दों पर अपने जवाब दिए।
अमेरिका के लोकप्रिय पॉडकास्टर और कंप्यूटर वैज्ञानिक लेक्स फ्रीडमैन के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री ने आतंकवाद को बढ़ावा देने पर पाकिस्तान की भूमिका की कड़ी आलोचना की। उन्होंने चीन और भारत के रिश्तों पर अपनी राय रखी। इसके अलावा अपने जीवन में आरएसएस की भूमिका के बारे में बताया।
पाकिस्तान से विश्वासघात ही मिला- पीएम
भारत और पाकिस्तान के टकराव पर हुए सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनके साथ शांति बहाल करने की हर कोशिश से सिर्फ दुश्मनी और विश्वासघात ही मिला है। उन्होंने याद दिलाते हुए साल 2014 का जिक्र किया और बताया कि उन्होंने अपने शपथ ग्रहण समारोह के लिए पाकिस्तान के समकक्ष नवाज शरीफ को खासतौर से आमंत्रित किया था। उन्हें उम्मीद थी कि दोनों देश एक नई शुरुआत कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'फिर भी शांति बहाल करने के हर प्रयास के बदले दुश्मनी और विश्वासघात ही मिला। हम ईमानदारी से उम्मीद करते हैं कि उन्हें सद्बुद्धि आए और वह शांति का रास्ता चुनें। पाकिस्तान के लोग भी शांति चाहते हैं क्योंकि वे भी संघर्ष, अशांति और लगातार आतंकी माहौल में रहने से थक चुके होंगे, जहां इस तरह की घटनाओं में मासूम बच्चों तक की हत्या की जाती है और अनगिनत लोगों की जिंदगी बर्बाद हो चुकी है।' उन्होंने बताया कि द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने की उनकी पहली कोशिश सद्भावना का संकेत था।
पीएम ने आगे आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान की भूमिका की कड़ी आलोचना की और कहा कि बार-बार पाकिस्तान उस आतंक के केंद्र के रूप में उभरा है, जिससे न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को भारी पीड़ा का सामना करना पड़ा है।
'भारत और चीन के बीच मतभेद स्वाभाविक लेकिन...'
प्रधानमंत्री ने रविवार को जारी तीन घंटे से ज्यादा लंबे पॉडकास्ट में चीन के साथ पूर्व में तनाव के बावजूद विवाद के बजाय बातचीत का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच मतभेद स्वभाविक हैं लेकिन मजबूत सहयोग दोनों पड़ोसियों के हित में है और यह वैश्विक स्थिरता के लिए भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत और चीन बॉर्डर पर साल 2020 में वास्तिवक नियंत्रण रेखा पर झड़पों से पहले वाली स्थितियों को बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं। साल 1975 के बाद पहली बार दोनों देशों के बीच टकराव ने संघर्ष का रूप लिया था। इस संघर्ष के दौरान में दोनों ओर से जवानों की मौत हुई थी।
पीएम मोदी ने पिछले साल अक्टूबर में चीनी राष्ट्रपति के साथ हुई बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई बैठक के बाद हमने सीमा पर सामान्य स्थिति की वापसी देखी है। हम साल 2020 से पहले की स्थितियों को बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं। हालांकि स्वाभिक है इसमें कुछ वक्त लगेगा। उन्होंने भारत और चीन के बीच के सहयोग को दोनों देशों के लिए लाभकारी बताते हुए कहा कि यह वैश्विक स्थिरता और समृद्धि के लिए जरूरी है।
प्रधानमंत्री के जीवन में RSS की भूमिका
पीएम मोदी ने देश के प्रति समर्णण भाव से काम करने के लिए आरएसएस की प्रशंसा करते हुए कहा कि संघ जैसे संगठन से जीवन के मूल्य सीखकर वह खुद को धन्य महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि संघ ने उनके जीवन का उद्देश्य दिया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस सीख देती है कि देश सर्वोपरि है। लोगों की सेवा करना ईश्वर की सेवा करने के समान है। उन्होंने कहा, 'मेरे मन में देश के काम आने का हमेशा से ही लक्ष्य था। यही मुझे संघ ने सिखाया है। आरएसएस की स्थापना के इस साल 100 साल पूरे हो रहे हैं। दुनिया में आरएसएस से बड़ा कोई स्वयंसेवी संगठन नहीं है। आरएसएस को समझना कोई आसान काम नहीं है।'
पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को बताया साहसी
लेक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट में पीएम ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ संबंधों को लेकर बातचीत की। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को एक साहसी व्यक्ति बताया। उन्होंने कहा कि ट्रंप और उनके बीच हमेशा ही अच्छा नाता रहा है। वह बेहतर तरीके से एक-दूसरे के संपर्क में रहते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रंप अपने राष्ट्रीय हितों को सबसे ऊपर रखने में विश्वास करते हैं।
वैश्विक युद्ध पर पीएम ने रखी राय
पीएम मोदी ने वैश्विक युद्ध के सवाल पर कहा कि कोविड काल ने सभी देशों की मर्यादाओं को उजागर कर दिया है। हम भले ही खुद को महान, प्रगतिशील, साइंटिफिक एडवांस देश क्यों न मानते हों, लेकिन कोविड के दौरान हम सभी जमीन पर आ गए। कोविड के बाद दुर्भाग्य से दुनिया शांति की ओर जाने की बजाय बिखर गई है। आज मैं देख रहा हूं कि कई प्रकार का संघर्ष चल रहा है। लेकिन, विकासवाद का रास्ता सही होगा, विस्तारवाद का मार्ग काम नहीं आएगा। पीएम मोदी ने उम्मी जताई कि हम जल्द ही संघर्षों से मुक्त होंगे।
Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 17 March 2025 at 12:59 IST