अपडेटेड 8 March 2024 at 14:05 IST
भारत मंडपम का मंच, PM का सवाल और जया किशोरी का जवाब- 'बुजुर्गों को नहीं, सबसे ज्यादा युवाओं को...'
जया किशोरी को सामाजिक परिवर्तन के लिए सर्वश्रेष्ठ रचनाकार का पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पीएम मोदी ने भारत मंडपम में यह सम्मान दिया।
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi ) ने शुक्रवार को भारत मंडपम में पहले 'राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार' प्रदान किया। अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्यों के लिए विजेताओं को राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पीएम मोदी ने कथा वाचक जया किशोरी को सामाजिक परिवर्तन के लिए सर्वश्रेष्ठ रचनाकार का पुरस्कार दिया।
पीएम मोदी दिल्ली के भारत मंडपम में नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्डस कार्यक्रम में शामिल हुए। ये अवॉर्ड्स पहली बार दिए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में मोदी के साथ IT मिनिस्टर अश्विनी बैष्णव भी शामिल हुए। देश के चुने हुए रचनाकार को पीएम मोदी ने सम्मानित किया। कथा वाचक जया किशोरी, गायिका मैथिली ठाकुर, ड्रू हिक्स को पीएम मोदी ने सम्मानित किया।
जया किशोरी को बड़ा सम्मान
पहले नेशनल क्रिएटर्स अवार्ड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में कथा वाचक जया किशोरी को सामाजिक परिवर्तन के लिए सर्वश्रेष्ठ रचनाकार का पुरस्कार प्रदान किया। जया किशोरी की प्रशंसा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जया जी ने लोगों को आध्यात्म की दुनिया की तरफ आधुनिक तरीके से रूची बढ़ाई है।
युवाओं को आध्यातम में रुचि लेनी चाहिए-जया किशोरी
इस मौके पर जया किशोरी ने कहा कि हमारी सोच ऐसी है कि भगवान से जुड़ना तो बुढ़ापे का काम है। मगर ये गलत सोच है। आज के समय में सबसे ज्यादा आध्यातम की जरूरत युवाओं को है और इसके लिए घर परिवार और सांसरिक जीवन को छोड़ने की जरुरत नहीं क्योंकि अगर मैं सांसरिक जीवन के साथ आध्यातम को जी सकती हूं तो मुझे लगता है कि हर युवा जी सकता है।
जया किशोरी ने पीएम मोदी को समझाया आध्यातम का मतलब
जब PM मोदी ने जया किशोरी से कहा कि लोगों को डर लगता है कि आध्यातम का मतलब झोला लेकर चले जाना है तो आप इस पर रास्ता बताएं। जवाब में जया किशोरी ने कहा, ये बिल्कुल गलत सोच है। सबसे बड़ा आध्यात्मिक ज्ञान है भगवत गीता और वो ऐसे व्यक्ति को सुनाई जा रही है अर्जुन, जो आगे जाकर राजा बनने वाला है और राजा से ज्यादा ऐश्वर्य किसे के पास नहीं होता है। कृष्ण ने कभी नहीं कहा कि तुम साम्राज्य छोड़कर चले जाओ। बस कहा अपना धर्म पूरा करो जहां भी हो।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 8 March 2024 at 13:21 IST