अपडेटेड 23 August 2024 at 18:30 IST
हम बुद्ध-गांधी की धरती से आते हैं, इसलिए मैं यूक्रेन की जमीन पर शांति का संदेश लेकर आया हूं- PM मोदी
PM मोदी ने कहा कि इतनी दर्दनाक परिस्थितियों के बीच में भी आपने जिस गर्मजोशी से मेरा और मेरे डेलिगेशन का स्वागत किया, मैं हृदय से आपका आभार व्यक्त करता हूं।
Prime Minister Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की राजधानी की में प्रेसिडेंट जेलेंस्की के साथ युद्ध में मारे गए लोगों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं श्रद्धासुमन अर्पित कर रहा था मेरा मन भरा हुआ था, दिल को गहरी चोट पहुंची थी। मुझे लगता है युद्ध की सबसे पहली कैजुअल्टी अगर किसी की होती है तो निर्दोष बालकों की होती है और वह बहुत दर्दनाक होती है।
पीएम मोदी ने कहा कि किसी भी सुसंस्कृत समाज में जो मानवीय मूल्य में विश्वास रखते हैं उनके लिए और जो एक संवेदनशील व्यक्ति होते हैं उनके लिए इस प्रकार की घटनाएं कतई स्वीकार नहीं हो सकती हैं। दुनिया में मानवीय मूल्यों में विश्वास करने वाला कोई भी व्यक्ति इसको स्वीकार नहीं कर सकता है।
हम बुद्ध की भूमि से आते हैं जहां युद्ध के लिए कोई जगह नहीं - पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हमने जो दूसरा रास्ता चुना है, वह युद्ध से दूर रहना है, हम बहुत दृढ़ता से युद्ध से दूर रहे हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम तटस्थ नहीं थे, हम पहले दिन से ही पक्षकार रहे हैं और हमारा पक्ष है शांति, हम बुद्ध की भूमि से आते हैं जहां युद्ध के लिए कोई जगह नहीं है, हम महात्मा गांधी की भूमि से आते हैं जिन्होंने पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया।
भारत का प्रधानमंत्री पहली बार यूक्रेन आया है- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि इतनी दर्दनाक परिस्थितियों के बीच में भी आपने जिस गर्मजोशी से मेरा और मेरे डेलिगेशन का स्वागत किया इसके लिए मैं हृदय से आपका आभार व्यक्त करता हूं। एक्सीलेंसी आज का दिवस भारत और यूक्रेन के संबंधों के लिए एक बहुत ही ऐतिहासिक दिवस है कि भारत का प्रधानमंत्री आज पहली बार यूक्रेन की धरती पर आया है। यह अपने आप में एक ऐतिहासिक घटना है।
यूक्रेन को नेशनल डे की शुभकामनाएं- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि कल आपका नेशनल डे है, यह बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है मेरी तरफ से 140 करोड़ भारतीयों की तरफ से मैं आपके नेशनल डे पर आपको अनेक-अनेक शुभकामना देता हूं। मैं शांति के लिए सुख और समृद्धि के लिए कामना करता हूं । 2021 में हम ग्लासगो में मिले थे और पहली ही मुलाकात में एक गहरी मित्रता का अनुभव हुआ और तब आपने मुझे यूक्रेन आने के लिए बहुत ही आग्रह से निमंत्रण दिया था लेकिन मैं कल्पना नहीं कर सकता हूं कि मुझे कि मुझे ऐसी स्थिति में यूक्रेन आने की नौबत आएगी।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 23 August 2024 at 18:29 IST