अपडेटेड 6 October 2023 at 23:14 IST
Work Shift Side Effects: कभी डे तो कभी करते हैं नाइट शिफ्ट? हो जाएं सावधान, हो सकते हैं ये भारी नुकसान
Work Shift Side Effects: अगर आप भी अपने दफ्तर में कभी डे और कभी नाइट शिफ्ट करते हैं तो आपको इसके भारी नुकसान झेलने पड़ सकते हैं।
Work Shift Side Effects: आजकल दफ्तरों में रोटेशनल शिफ्ट का चलन बढ़ता जा रहा है। कुछ जगहों पर डे शिफ्ट होती है तो कुछ जगहों पर डे के साथ-साथ नाइट शिफ्ट भी लगाई जाती है। ऐसे में अगर आप कुछ दिन डे और कुछ दिन नाइट शिफ्ट करते हैं तो इसका सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ सकता है। रोटेशन शेड्यूल शिफ्ट का ट्रेंड धीरे-धीरे हर फील्ड की कम्पनियों में अपने पैर पसार रहा है। जिसकी वजह से कर्मचारियों को कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझना पड़ता है।
स्टोरी में आगे पढ़ें...
- डे और नाइट शिफ्ट पड़ रही है भारी?
- हो सकती हैं ये समस्याएं
- सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर
अगर आप ऑफिस में महीने के कुछ दिन डे और बाकी दिन नाइट शिफ्ट करते हैं तो आपको इसके साइड इफेक्ट पता लग ही चुके होंगे। चलिए जानते हैं कि इस तरह की दो शिफ्ट लगातार बदलते रहने से आपके शरीर पर इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है।
स्लीप साइकल
दिन का समय काम करने का होता है और रात का समय सोने का होता है। लेकिन अगर आप कभी डे शिफ्ट कर रहे हैं और कभी नाइट शिफ्ट करते हैं तो इससे आपके शरीर का बायोलॉजिकल क्लॉक सेट नहीं हो पाता है, जिसकी वजह से आपको सोने में दिक्कत आने लगती है। ऐसे में आपको अनिद्रा यानी की इंसोमेनिया की शिकायत हो सकती है।
मोटापा
डे और नाइट रोटेशन शिफ्ट में इंसोमेनिया के अलावा आपको मोटापे की दिक्कत भी हो सकती है। दरअसल, जब आप डे शिफ्ट करते हैं तो आपका खान-पान उसके हिसाब से सेट होता है, फिर जब अचानक आप नाइट शिफ्ट करते हैं तो आपके खान-पान का समय बिल्कुल बदल जाता है। ऐसे में आपके खाने का कोई सही वक्त सेट नहीं हो पाता है और आपको बेवक्त फूड क्रेविंग्स होने लगती हैं। जिस वजह से आपका वजन धीरे-धीरे बढ़ने लगता है और आप मोटापे की ओर जाने लगते हैं।
स्ट्रेस
रोटेशनल शिफ्ट में सबसे ज्यादा जिस चीज की समस्या होती है वह है तनाव। जी हां, डे और नाइट शिफ्ट करने की वजह से दिमाग सही से आराम नहीं कर पाता, जिस वजह से छोटी-छोटी चीजें भी आपको स्ट्रेस देने लगती हैं और इससे धीरे-धीरे आप मानसिक तौर पर अस्वस्थ्य होने लगते हैं।
डार्क सर्कल
जैसा कि डे और नाइट रोटेशन शिफ्ट में आपके सोने का कोई सही समय तय नहीं हो पाता है तो इसका असर आपकी सेहत के साथ-साथ आपकी स्किन पर भी पड़ने लगता है। इसकी वजह से आपकी आंखों के आगे डार्क सर्कल होने लगते हैं और आपका चेहरा भी डल पड़ने लगता है।
डिप्रेशन
रोटेशनल शिफ्ट की वजह से आप डिप्रेशन का भी शिकार हो सकते हैं। दरअसल, कई बार कुछ लोग मानसिक और शारीरिक तौर पर डे और नाइट शिफ्ट के रोटेशन को सह नहीं पाते, जिस कारण वह इतना तनाव ले लेते हैं कि वह डिप्रेशन की ओर चले जाते हैं या वह नाखुश रहने लगते हैं।
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Disclaimer: REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Kajal .
पब्लिश्ड 6 October 2023 at 23:13 IST