अपडेटेड 8 December 2025 at 21:33 IST

Radish side effects: ज्यादा मूली खाने से हो सकते हैं ये 5 साइड इफेक्ट्स, आपके लिए जानना जरूरी

सर्दियों में मूली का ज्यादा सेवन 5 गंभीर नुकसान ला सकता है। जानें कब खानी चाहिए और कैसे ये सेहत पर बुरा असर डाल सकती है।

मूली | Image: freepik

Radish side effects: सर्दी के मौसम में कई लोग मूली बड़े चाव से खाते हैं। चाहे सलाद में कुरकुरा टुकड़ा हो या परांठे में भरी हुई मूली हो। सर्दियों में मूली का पराठा भी बहुत स्वाद लगता है, वहीं ये सुपरफूड विटामिन C, फोलिक एसिड, पोटैशियम, मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। ये सेहत के लिए फायदेमंद तो है, लेकिन ज्यादा मात्रा में खाने से उल्टा नुकसान भी हो सकता है। क्योंकि मूली ज्यादा खाने से पाचन से लेकर किडनी तक पर बुरा असर पड़ सकता है। आइए जानते हैं इन कुछ साइड इफेक्ट्स के बारे में जिसे पता चलता है कि मूली ज्यादा मात्रा में खाने से नुकसान भी हो सकते हैं। 

ज्यादा मूली खाने के साइ़ड इफेक्ट्स 

पाचन में दिक्कत (Digestive Issues): पर बात करें तो, मूली में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, लेकिन ज्यादा खाने से पेट दर्द, ऐंठन, गैस और अपच की समस्या हो सकती है। कमजोर पाचन वाले लोगों को तो खासतौर पर सावधान रहना चाहिए। इसलिए दिन में 100-150 ग्राम से ज्यादा न खाएं।

किडनी स्टोन का खतरा बढ़ना (Kidney Stones): मूली में कैल्शियम ऑक्सलेट की मौजूदगी किडनी स्टोन वाले मरीजों के लिए खतरे की घंटी है। ये स्टोन बनने की प्रक्रिया को तेज कर देती है और दर्द को और बढ़ा सकती है। अगर आपको पहले से किडनी की समस्या है, तो मूली को डाइट से हटा दें।

आयरन ज्यादा होने से परेशानी (Excess Iron): मूली आयरन का अच्छा स्रोत है, लेकिन ज्यादा सेवन से चक्कर आना, उल्टी और डायरिया जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। खासकर एनीमिया के मरीज बिना डॉक्टर की सलाह के ज्यादा न खाएं, वरना आयरन ओवरलोड हो सकता है।

जुकाम-खांसी की समस्या (Cold and Cough): मूली की ठंडी तासीर सर्दियों में ठीक लगती है, लेकिन ज्यादा खाने से सर्दी-जुकाम या खांसी हो सकती है। एलर्जी वाले लोगों को तो इससे परहेज ही करना चाहिए, क्योंकि ये सांस की नलियों को प्रभावित कर सकती है।

गर्भावस्था में खतरा (During Pregnancy): प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए मूली का ज्यादा सेवन पोटैशियम ज्यादा दे देता है इसके कारण पेट दर्द का सबब बन सकता है।

वहीं, गर्भावस्था में हार्मोनल चेंजेस के साथ ये और समस्या बढ़ा सकती है। इसलिए, डॉक्टर से पूछकर ही लें। तो इसलिए मूली के फायदों को बनाए रखने के लिए संतुलित मात्रा में खाएं। अगर कोई पुरानी बीमारी है, तो न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लें। 

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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं।  REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

Published By : Sujeet Kumar

पब्लिश्ड 8 December 2025 at 21:33 IST