अपडेटेड 4 August 2024 at 18:59 IST

क्या होती है सी-सेक्शन डिलीवरी? जिसके जरिए एक्ट्रेस प्रणिता सुभाष दूसरे बच्चे को देंगी जन्म

C-Section Delivery के जरिए जल्द ही एक्ट्रेस प्रणिता सुभाष अपने दूसरे बच्चे का स्वागत करने वाली है। ऐसे में आइए जानते हैं कि सी-सेक्शन डिलीवरी क्या होती है?

क्या है सी-सेक्शन डिलीवरी? | Image: Freepik/instagram

What Is C-Section Delivery: टॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक अपनी एक्टिंग का जलवा बिखेरने वाली एक्ट्रेस प्रणिता सुभाष (Pranitha Subhash) जल्द ही अपने दूसरे बच्चे का स्वागत करने वाली हैं। इसी बीच एक्ट्रेस ने अपनी प्रेग्नेंसी के बारे में बताते हुए एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने इन 9 महीनों में होने वाले शारीरिक और मानसिक बदलावों के बारे में बात करते हुए अपनी डिलीवरी के बारे में भी बताया। प्रणिता ने बताया कि उनकी डिलीवरी सी-सेक्शन (C-Section Delivery) के जरिए होगी। ऐसे में काफी लोग इससे के बारे में जरूर जानना चाहते हैं कि आखिर सी-सेक्शन डिलीवरी क्या है (What Is C-Section Delivery) और यह कब की जाती है। आइए इसके बारे में जानते हैं।

दरअसल, एक्ट्रेस प्रणिता सुभाष (Pranitha Subhash) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम स्टोरीज शेयर की। जिसमें उन्होंने पत संग एक फोटो के साथ एक कैप्शन लिखा जिसमें उन्होंने अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले शारीरिक और मानसिक परेशानियों के बारे में बताया और साथ ही सी-सेक्शन डिलीवरी (C-Section Delivery) के बारे में बात की।

'रातों की नींद हराम और...'

उन्होंने कैप्शान में लिखा, 'रातों की नींद हराम होना, हार्मोनल परिवर्तन, एसिड रिफ्लक्स, पेल्विक दर्द और सी-सेक्शन की तैयारी।' अब ऐसे में बहुत से लोग सी-सेक्शन डिलीवरी (Delivery) के बारे में जानना चाहते हैं कि आखिर यह क्या होता है और इसे कब किया जाता है। तो चलिए इसके बारे में जानते हैं।

सी-सेक्शन डिलीवरी क्या है?

किसी भी बच्चे को जन्म दो तरीको से होता है, पहला नॉर्मल और दूसरा सिजेरियन डिलीवरी। सीजेरियन प्रसव या सीजेरियन सेक्शन का अर्थ है कि बच्चे का जन्म ऑपरेशन के जरिए होना, इसे ही सी-सेक्शन डिलीवरी कहा जाता है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि आखिर सी-सेक्शन डिलीवरी कब की जाती है (Kab Ki Jati Hai C-Section Delivery)।

कब की जाती है सी-सेक्शन डिलीवरी? (C-Section Delivery)

डॉक्टर्स के मुताबिक सी-सेक्शन डिलीवरी तब की जाती है, जब नॉर्मल डिलीवरी होने में किसी तरह की कठिनाई आ रही हो, तब सिजेरियन यानी सी-सेक्शन डिलीवरी (C-Section Delivery) की सलाह दी जाती है। इसमें कुछ कारण शामिल हैं जैसे-

  • जब पेट में बच्चे की पोजीशन सही नहीं हो।
  • जब बच्चे के गले में कॉर्ड यानी नाल उलझ गई हो।
  • नवजात के दिल की धड़कन असामान्य हो।
  • बच्चे को विकास संबंधी समस्या हो।
  • पेट में दो या दो से ज्यादा बच्चे हो।
  • पेट में बच्चे को ऑक्सीजन की कमी हो रही हो।
  • पहले से सिजेरियन या कोई बड़ा ऑपरेशन हुआ हो।
  • बच्चे का सिर बर्थ कैनाल से बड़ा हो।
  • प्रि-मैच्योर डिलीवरी, जब बच्चा सात या आठ महीने का हो।
  • महिला को स्वास्थ्य संबंधी कोई बीमारी हो, जैसे, बीपी, थायरॉइड या हार्ट रोग।

यह भी पढ़ें… Water Drinking Habits: खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीने की न करें गलती, कब्ज समेत होते हैं कई नुकसान

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं।  REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।

Published By : Sadhna Mishra

पब्लिश्ड 4 August 2024 at 18:59 IST