अपडेटेड 21 May 2024 at 17:16 IST
Sadabahar Phool: बवासीर से डायबिटीज तक कई समस्याओं का रामबाण इलाज है सदाबहार, ऐसे करें इस्तेमाल
Sadabahar Phool पूजा-पाठ ही नहीं बल्कि सेहत के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है। यह डायबिटीज से लेकर बवासीर तक कई बीमारियों में बहुत ही लाभकारी होता है।
Sadabahar Phool Ke Fayde: पूजा-पाठ में इस्तेमाल किए जाने वाले फूलों का सदियों से इस्तेमाल होता चला आ रहा है। यह न सिर्फ वातावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि इनके उपयोग से सेहत से जुड़ी कई समस्याएं भी दूर होती है। इन्हीं में एक पौधा सदाबहार का फूल का भी शामिल है। यह एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पौधा है। हर सीजन में खिलने की वजह से इसका नाम सदाबहार रखा गया है। वहीं इसमें कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं, जो कई बीमारियों में राहत दिलाने का काम करते हैं।
सदाबहार के पत्तों में कई तरह के औषधीय गुण होते हैं, जिनमें एल्कलॉइड कंपाउंड, आक्सीन, विनक्रिस्टीन, और विनब्लास्टीन जैसे गुण मौजूद है। ऐसे में इसके सेवन से बवासीर, मधुमेह, मसूड़ों के रोग, और बालों से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
सदाबहार के फूल इन बीमारियों से दिलाएंगे छुटकारा
बालों के लिए
बालों को हेल्दी और घना बनाने के लिए सदाबहार के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए आप इसके फूलों को सुखाकर पाउडर बना लें और इसे दही में मिलाकर बालों में लगाएं। सूखने के बाद धो लें। ऐसा करने पर बाल मजबूत होते हैं, साथ ही कई हेयर प्रॉब्लम भी दूर होती है।
बवासीर
बवासीर एक बहुत ही दर्दनाक बीमारी है। इसमें राहत पाने के लिए आप सदाबहार के फूलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सदाबहार के फूल और पत्तियों को पीस लें और इसे सोने से पहले बवासीर पर लगाएं। इससे बवासीर का मस्सा कम होता है और धीरे-धीरे वह अंदर चला जाता है।
इम्युनिटी
सदाबहार के फूल का इस्तेमाल इम्युनिटी बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। इसके लिए आप इसके फूलों का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। यह इम्युनिटी बढ़ाने के साथ ही मौसमी बीमारियों से भी बचाने का काम करता है।
डायबिटीज
पिछले कुछ समय में भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में डायबिटीज के मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। इसे कंट्रोल करना बहुत ही जरूरी होता है, नहीं तो यह जानलेवा हो सकता है। इसके लिए एक गिलास पानी में 5 सदाबहार के फूल 10 मिनट के लिए डाले और फिर इसे पी लें। ऐसा करने पर ब्लड शगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 21 May 2024 at 17:03 IST