अपडेटेड 12 August 2023 at 14:41 IST
Filariasis: यूपी में तेजी से पैर पसार रहा है हाथी पांव, जानें इसके कारण, लक्षण और बचाव के तरीके
इन दिनों यूपी में फाइलेरिया की बीमारी काफी तेजी से फैल रही है। ये एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है। आइए जानते हैं ये कैसे होता है और इससे बचने का क्या तरीका है।
How To Avoid Filariasis: बारिश के बाद कई सारी बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में लेने लगती हैं। इस लिस्ट में डेंगू, मरेलिया, डाइफाइट, चिकनगुनिया के अलावा फाइलेरिया भी शामिल है। ये एक बहुत गंभीर बीमारी है। इसमें मरीज के अंगों का वजन बढ़ने लगता है। आइए जानते हैं ये क्या है और कैसे फैलती है? इससे बचने के लिए किन सावधानियों को बरतना जरूरी होता है?
स्टोरी में आगे ये पढ़ें.......
- क्या है फाइलेरिया?
- कैसे होता है फाइलेरिया?
- फाइलेरिया के लक्षण क्या है?
- फाइलेरिया से बचने के लिए क्या सावधानी बरतें?
क्या है फाइलेरिया?
फाइलेरिया एक बहुत ही गंभीर बीमारी है जिसे आम भाषा में हाथीपाव भी कहा जाता है। यह एक ऐसी घातक बीमारी है जो शरीर को धीरे-धीरे खराब करती है। यही वजह है कि इस बीमारी का पता समय पर नहीं लग पाता है और कुछ समय बाद यह काफी फैल जाती है। जिसके बाद इसका इलाज करना मुश्किल हो जाता है। आइए जानते हैं ये कैसे होता है?
कैसे होता है फाइलेरिया?
फाइलेरिया बीमारी एक क्यूलेक्स, एनोफेलीज और वेक्टर मैनसनिया नाम के मच्छरों के काटने से फैलती है। इसके काटने से शरीर में वुचेरिया बेंक्राफ्टी नाम का परजीवी प्रवेश कर जाता है। क्यूलेक्स मच्छर माइक्रो फाइलेरिया लार्वा को जन्म देता है। ये माइक्रोफाइलेरिया लार्वा शरीर में लिम्फेटिक और लिम्फ लोड्स में चला जाता है। जो कई सालों तक शरीर में एडल्ट वर्म में विकसित होते रहते हैं।
फाइलेरिया के लक्षण क्या है?
फाइलेरिया एक बेहद घातक और खतरनाक बीमारी होने के बाद भी बहुत ही कम लोगों को इसके बारे में जानकारी है। जिसकी वजह इसके लक्षणों का सालों बाद नजर आना भी हो सकता है। आइए जानते हैं इसके कुछ लक्षणों के बारे में जिससे पता चलता है कि ये फाइलेरिया बीमारी है।
- वैसे तो इस घातक बीमारी के लक्षण जल्दी नजर नहीं आते हैं, लेकिन अगर किसी को फाइलेरिया है तो उस व्यक्ति के शरीर में खुजली, फीवर की समस्या नजर आ सकती है।
- फाइलेरिया होने पर पुरुषों में रिप्रोडक्टिव ऑर्गन यानी प्रजनन तंत्र के आसपास दर्द और सूजन की दिक्कत आ सकती है।
- इसके अलावा इस बीमारी के कारण हाथ-पैरों में सूजन व हाइड्रोसिल की समस्या हो सकती है।
- इस बीमारी में इंसान विकलांग होने के साथ मेंटली डिस्टर्ब भी हो जाता है।
- फाइलेरिया के कारण इंसान कुरूप, स्किन मोटी और हाथ-पैरों और रिप्रोडक्टिव ऑर्गन आदि अंगों का वजन बढ़ जाता है।
फाइलेरिया से बचने के लिए क्या सावधानी बरतें?
- सोते समय पूरी बाजू के कपड़े पहनना चाहिए।
- मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें।
- अपने आसपास कूड़ा और गंदगी जमा न होने दें।
- नालियों की अच्छे से सफाई करवाएं।
- अपने आस-पास पानी जमा न होने दें।
- घर के खिड़की-दरवाजे बंद रखें, जिससे मच्छर न आ सकें।
- मच्छरों से बचने के लिए साफ-सफाई रखें।
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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारी के आधार पर हैं। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले संबंधित डॉक्टर और एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 12 August 2023 at 14:38 IST