अपडेटेड 3 February 2023 at 14:05 IST
Feeling Thirsty: बार-बार लगती है प्यास, कहीं आप इस बीमारी के तो नहीं हैं शिकार?
Healthy Tips: क्या आपको पता है प्यास लगने पर पानी की ही जरुरत क्यों होती है। प्यास पानी की जगह किसी और चीज से क्यों नहीं बुझती?
Healthy Tips: प्यास लगने पर पानी की ही क्यों जरुरत होती है? उससे पहले ये समझने की ज़रुरत है, कि हमें प्यास लगती ही क्यों है? नवजात शिशु की सभी आवश्यकताएं मां के दूध से ही पूरी हो जाती हैं, लेकिन जैसे-जैसे हम बड़े होने लगते हैं, हमें भूख और प्यास लगने लगती है क्योंकि हमारे शरीर की आवश्यकताएं बढ़ने लगती है |
ऐसे कई कारण हैं जिनके चलते जरूरत से ज्यादा प्यास लगने लगती है। अगर बार-बार प्यास लगे और पानी से भी ना बुझे तो इसके पीछे स्वास्थ संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
प्यास क्यों लगती है?
हमारे शरीर में लगभग 50 से 70 प्रतिशत तक पानी होता है, शरीर की ज्यादातर क्रियाओं जैसे चलना, सांस लेना, पाचन, व्यायाम आदि में पानी की खपत बढ़ जाती है, यह पानी शरीर मे जमा भंडार से आता है, जब शरीर में पानी का प्रतिशत काम होता है तो प्यास लगती है। हमारे शरीर को चलाने के लिए पानी की बहुत जरूरत होती है । कुछ पानी खाना पचाने में लग जाता है , कुछ पसीने के माध्यम से बाहर निकल जाता है , अधिक मिर्च मसाले खाने से , फास्ट फूड के सेवन से अधिक पानी चाहिए । इसलिए हमें प्यास लगती है ।
प्यास पानी से ही क्यों बुझती है?
अब यदि आप पानी के स्थान पर शरबत या कोई दूसरा ठंडा पेय भी पी लेते हैं, तो आपकी प्यास थोड़े समय के लिए ही शांत होती है, क्योंकि जहाँ शरीर को केवल पानी की ज़रुरत थी, उसके स्थान पर थोड़ा सा पानी और ढ़ेर सारी चीनी, शरबतऔर ना जाने क्या क्या शरीर में उड़ेल लिया | अब पानी के साथ लिया गया इतना सारा फ़ालतू का सामान पहले से कमजोर पड़े शरीर का काम और अधिक बढ़ा देता है, जिससे प्यास जस की तस बनी रहती है |
हमारा शरीर एक बहुत ही समझदार मशीन है, जो आजकल के अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को भी मात दे देता है। जब मांगने पर उसे पानी नहीं मिलता है, तो वो आपके सभी अंदरूनी कामों को धीमा कर देता है, जैसे किडनियां, लिवर, हृदय आदि | इसीलिए आपने यदि ध्यान दिया हो, तो आप भूखे ना भी हों, लेकिन अधिक देर तक प्यासा रहने से कमज़ोरी आने लगती है |
पानी पीने के बाद भी ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें आपने कहते सुना होगा कि, इतना पानी पी लिया फिर भी प्यास नहीं बुझ रही है। लगातार पानी पीने के बाद भी प्यास जस की तस बनी रहती है। ऐसे में यह समझना जरूरी हो जाता है कि आखिर इस प्यास (Thirst) का कारण क्या है? बता दें कि इस प्यास के कई कारण हो सकते हैं।
बार-बार प्यास लगने के कारण
डिहाइड्रेशन - शरीर में जरूरत से ज्यादा पानी की कमी हो जाना। पानी ना पीने पर या कम पानी पीने पर डिहाइड्रेशन (Dehydration) की दिक्कत हो जाती है। इसके बाद आप चाहे कितना ही पानी पीने लगें ऐसा लगता है जैसे प्यास बुझ ही नहीं रही। इसलिए पहले डिहाइड्रेशन को दूर करने के लिए सादे पानी के साथ-साथ फलों के जूस और नारियल पानी पीने की कोशिश करें।
डायबिटीज (Diabetes)- शरीर में हाई ब्लड शुगर होने पर शरीर इस शुगर को यूरिन के साथ बाहर निकालने की कोशिश करता है जिसमें पानी भी शरीर से निकलने लगता है. ऐसे में प्यास बढ़ जाती है।
ब्लड प्रेशर - शरीर का ब्लड प्रेशर बढ़ने पर भी शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है। इस स्थिति में कितना ही पानी पिएं कम ही लगता है।
इन तरीकों से दूर कर सकते हैं प्यास लगने की दिक्कत
बार-बार प्यास लगने की दिक्कत से निजात पाने के लिए सौंफ का पानी (Fennel Water) पिया जा सकता है। मुंह सूखा ना रहे और प्यास ना लगती रहे इसके लिए च्विंगम भी चबाई जा सकती है। बार-बार लार गटकने पर भी हर थोड़ी देर में प्यास लगने की दिक्कत नहीं होती है। दिन में 2 से 3 बार नींबू पानी पीते रहने से प्यास लगना कम हो सकता है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारी के आधार पर हैं। REPUBLIC BHARAT इस आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले संबंधित डॉक्टर और एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Rashmi Agarwal
पब्लिश्ड 3 February 2023 at 14:04 IST



