अपडेटेड 11 March 2024 at 16:56 IST
Durva: गुणों की खान है दूर्वा घास, स्किन से पेट तक की समस्याओं से दिलाए राहत, जानें इसके फायदे
आमतौर पर गणेश जी की पूजा में शामिल की जानी वाली दुर्वा सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह कई बीमारियों को दूर करने का काम करती है।
Doob Ghaas Benefits For Health: गणेश जी की पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली दुर्वा घास का सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक महत्व भी है। इसमें कई ऐसे गुण मौजूद हैं, जो कई सारी बीमारियों को दूर के काम आते हैं। इसमें मुंह के छालों से लेकर बवासीर तक शामिल है। हालांकि, इसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं।
दरअसल, मामूली सी नजर आने वाली यह हरी घास कई सारे पोषक तत्वों से भरी हुई है। इसपर चलने से लेकर इसके सेवन तक से कई बीमारियां खत्म हो सकती हैं। दूर्वा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फाइबर, पोटैशियम और एंटीबायोटिक जैसे कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
दूब घास खाने के फायदे क्या-क्या हैं?
डायबिटीज के लिए
रिसर्च के मुताबिक दूब घास डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। अगर रोजाना इसका सेवन किया जाए तो इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
कब्ज के लिए
इसमें मौजूद पोषक तत्व पेट की समस्याओं के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। साथ ही इसके सेवन से कब्ज की समस्या भी दूर होती है।
सिर दर्द के लिए
दूर्वा घास का इस्तेमाल सिर दर्द के लिए भी किया जाता है। इसके लिए आप दूब घास और चूने को बराबर मात्रा में पीसें और इस पेस्ट का माथे पर लेप लगाएं। ऐसा करने से फायदा मिल सकता है।
नकसीर के लिए
जिन लोगों को नकसीर यानी नाक से खून आने की परेशानी हो ऐसे लोगों के लिए दूब बड़े काम की हो सकती है। इसके लिए आप अनार के फूल के रस को दूब घास के साथ मिलाकर नाक में डाल सकते हैं। इससे फायदा हो सकता है।
मुंह के छालों के लिए
अगर आपके मुंह में छाले हो रहे हैं तो ऐसे में आप दूब घास का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए दूब घास के काढ़े से कुल्ला करेंगे तो इससे मुंह के छालों से राहत मिल सकती है।
स्किन के लिए
दूर्वा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होते हैं जो स्किन से जुड़ी कई सारी परेशानियों को दूर करने का काम करते हैं। अगर किसी के शरीर में खुजली, जलन, चकत्ते और एक्जिमा जैसी समस्या हो रही हो, तो उन्हें दूब को हल्दी के साथ पीसकर इसका पेस्ट त्वचा पर लगाना चाहिए।
बवासीर के लिए
बवासीर जिसे पाइल्स के नाम से भी जाना जाता है। ये बहुत ही दर्दनाक होता है और इसके बारे में लोगों से बात करने में भी कतराते हैं। ऐसे में अगर कोई इस परेशानी से जूझ रहा है, तो उसके लिए दूब बहुत ही काम आ सकती है। इसके लिए दूर्वा को पीसकर दही में मिलाकर बवासीर पर लेप करने से आराम मिलता है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Sadhna Mishra
पब्लिश्ड 11 March 2024 at 16:35 IST