अपडेटेड 8 August 2023 at 23:56 IST

दिल में 2 छेद के साथ जन्मीं बिपाशा की बेटी: प्रेग्नेंसी में नशा करने से इस बीमारी का खतरा रहता है ज्यादा!

बिपाशा ने खुलासा किया था कि उनकी बेटी दिल में दो छेद के साथ जन्मी थीं। जब वो तीन महीने की थी तो उसकी सर्जरी भी हुई है।

दिल में छेद की बीमारी | Image: self

बॉलीवुड एक्ट्रेस बिपाशा बसु ने हाल ही में अपनी बेटी देवी को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया। बिपाशा ने बताया था कि बेटी के जन्म के दो दिन बाद ही उन्हें पता चला कि उसके दिल में दो छेद है। जब करण और बिपाशा की बेटी सिर्फ 3 महीने की थी, तो उसकी सर्जरी भी हुई थी। 

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  • बिपाशा-करण की बेटी के दिल में छेद
  • जानिए कैसे इस समस्या के साथ जन्म लेता है नवजात? 
  • इन लक्षणों पर करें गौर...

बिपाशा की बेटी के अलावा बॉलीवुड के कई और सेलिब्रिटीज भी दिल से जुड़ी बीमारी का शिकार हुए हैं। दिग्गज एक्ट्रेस मधुबाला के भी जन्म के समय से ही दिल में छेद था। इसके अलावा कपिल शर्मा के शो में बुआ का किरदार निभा चुकीं उपासना सिंह के भी दिल में छेद था। कई और सितारे हार्ट से जुड़ी इस समस्या का सामना कर चुके हैं। 

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इस बीमारी के हैं कई कारण 

जन्म के साथ बच्चे के दिल में छेद होने के कई कारण हो सकते हैं। इसकी मुख्य तौर पर तीन वजह होती हैं- जेनेटिक, खराब इंफेक्शन या फिर इंफेक्शन। अगर माता-पिता में हार्ट डिफेक्ट है, तो इससे बच्चे के दिल को भी खतरा होता है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी के दौरान गलत लाइफस्टाइल या गलत खानपान भी इसका एक कारण बन सकता है। 

कुछ बीमारियों के दौरान दी जाने वाली दवा भी बच्चे को दिल से जुड़ी बीमारी होने का एक कारण हो सकता है। इसके अलावा बताया ये जाता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान अगर कोई महिला नशा करती हैं, तो नवजात को हार्ट डिफेक्ट्स की आशंका अधिक रहती है। 

अगर दिल में छेद होने से हार्ट ठीक तरह से काम नहीं कर पाता। खून एक चैम्बर से दूसरे चैम्बर में लीक होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट बताती है कि दुनियाभर में करीब 25 फीसदी बच्चे दिल में सुराख या इसके जैसे ही दूसरे ‘हार्ट डिफेक्ट्स’ से जन्म लेते हैं। हालांकि समय रहते इस बीमारी का पता लगा लिया जाए, तो अधिकतर मामलों में इलाज के जरिए इसे ठीक किया जा सकता है। लेकिन कई मामले में इसका पता समय रहते नहीं चल पाता, जिससे समस्या बढ़ जाती है। 

जानिए इसके लक्षण...

अगर कुछ सामान्य लक्षणों पर गौर किया जाए, तो इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है। जैसे कि दिल में छेद होने पर बच्चे को सांस लेने में समस्या हो सकती है। बच्चा को दौड़-भाग करने में दिक्कत हो सकती है और जल्दी सांस फूलने लगती है। वहीं, वजन धीमी गति से बढ़ता है। बच्चे को बोलते समय भी सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। अचानक से पसीना आना भी इसका एक लक्षण है। बिना कुछ किए भी थकान महसूस हो सकती है। अगर इन लक्षणों पर गौर किया जाए, तो इसका समय रहते पता लगाया जा सकता है।

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Published By : Digital Desk

पब्लिश्ड 8 August 2023 at 23:35 IST