अपडेटेड 18 December 2025 at 08:17 IST
Asthama Symptoms: बढ़ते प्रदूषण के चलते नजरअंदाज न करें ये संकेत, हो सकती है शरीर में अस्थमा की शुरुआत; बरतें ये सावधानियां
बढ़ते प्रदूषण के कारण अस्थमा के मामलों में तेजी आई है। अगर सांस फूलना, सीने में जकड़न या लगातार खांसी जैसे लक्षण नजर आएं तो सावधान हो जाएं। जानें अस्थमा के शुरुआती संकेत और बचाव के उपाय।
Asthma Symptoms In Hindi: आजकल बढ़ते प्रदूषण और खराब हवा की वजह से सांस से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। इनमें अस्थमा एक गंभीर बीमारी है, जो धीरे-धीरे शरीर को अपनी चपेट में ले लेती है। अगर समय रहते इसके शुरुआती लक्षणों को पहचान लिया जाए और सावधानी बरती जाए, तो इस बीमारी को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं क्या हैं अस्थमा के शुरुआती लक्षण -
अस्थमा क्या है?
अस्थमा एक ऐसी बीमारी है, जिसमें सांस की नलियों में सूजन आ जाती है। इससे सांस लेने में परेशानी होती है। धूल, धुआं, प्रदूषण, ठंडी हवा और एलर्जी अस्थमा को बढ़ा सकती हैं।
अस्थमा के शुरुआती लक्षण
- सांस लेने में तकलीफ या घुटन महसूस होना।
- खासकर रात या सुबह बार-बार खांसी आना।
- सांस लेते समय सीटी जैसी आवाज आना।
- छाती में जकड़न या भारीपन महसूस होना।
- हल्की मेहनत में भी जल्दी थक जाना।
- ठंडी हवा या धुएं से परेशानी बढ़ जाना।
अगर आपको बार-बार ये संकेत नजर आ रहे हैं, तो सावधान हो जाएं। ये लक्षण शुरुआत में हल्के लग सकते हैं, लेकिन नजरअंदाज करने पर अस्थमा गंभीर रूप ले सकता है।
बढ़ते प्रदूषण से क्यों बढ़ रहा है अस्थमा?
वाहनों का धुआं, फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं, धूल-मिट्टी और पटाखों का धुआं हवा को जहरीला बना देता है। इस गंदी हवा में सांस लेने से फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है और अस्थमा का खतरा बढ़ जाता है।
अस्थमा से बचाव के लिए क्या करें?
कुछ आसान आदतें अपनाकर आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
- बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें।
- ज्यादा प्रदूषण वाले इलाकों से बचें।
- घर को धूल और धुएं से साफ रखें।
- धूम्रपान से पूरी तरह दूरी बनाएं।
- ठंडी हवा और तेज खुशबू वाले परफ्यूम से बचें।
- रोजाना हल्की प्राणायाम और गहरी सांस की एक्सरसाइज करें।
कब डॉक्टर को दिखाएं?
अगर सांस लेने में ज्यादा परेशानी हो, खांसी लगातार बनी रहे या दवाओं से आराम न मिले, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही समय पर इलाज बहुत जरूरी है।
बढ़ते प्रदूषण के इस दौर में सांस से जुड़ी छोटी-छोटी परेशानियों को हल्के में न लें। समय रहते अस्थमा के लक्षण पहचानकर सावधानी बरतना ही सबसे अच्छा बचाव है। साफ हवा, सही दिनचर्या और जागरूकता से आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधियां, तरीके और दावे अलग-अलग जानकारियों पर आधारित हैं। REPUBLIC BHARAT आर्टिकल में दी गई जानकारी के सही होने का दावा नहीं करता है। किसी भी उपचार और सुझाव को अप्लाई करने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
Published By : Samridhi Breja
पब्लिश्ड 18 December 2025 at 08:17 IST