अपडेटेड 14 January 2025 at 16:17 IST
सेक्स लाइफ से संतुष्ट नहीं 55% भारतीय, उन्हें चाहिए थोड़ा और... सर्वे में खुलासा
हाल ही में 10 हजार लोगों पर किए गए सर्वे में पता चला है कि 55% भारतीय अपनी SEX लाइफ से संतुष्ट नहीं हैं, लेकिन पुरुष या महिलाएं, कौन ज्यादा असंतुष्ट है?
Sex survey: एक सर्व में खुलासा हुआ है कि 55% भारतीय अपनी सेक्स लाइफ से संतुष्ट नहीं हैं। सर्वे टीम की दिलचस्पी ये जानने में थी कि भारतीयों के बेडरूम के बंद दरवाजों के पीछे क्या हो रहा है, बहुत कुछ या फिर भी कुछ भी नहीं? हाल ही में MyMuse (Personal Wellness Brand) द्वारा किए गए सर्वे 'Laid in India 2025' ने देश भर में इंटीमेसी की बदलती स्थिति पर चर्चाओं को जन्म दिया है।
इस सर्वे में 10,000 से अधिक लोगों की राय ली गई है। इसमें यह खुलासा किया गया है कि हम भारतीय प्यार, इच्छाओं और आपसी जुड़ाव को किस तरह से देखते हैं और इसके कई चौंकाने वाले सच सामने आए हैं। सर्वे के मुताबिक 87% भारतीय अब इंटीमेसी को शादी तक टालने के पक्ष में नहीं हैं, वहीं करीब 62% लोगों ने यह इच्छा जताई है कि वे रूटीन से बाहर निकलकर बेडरूम में कुछ नया आजमाना चाहते हैं। रिपोर्ट यह भी दिखाती है कि यौन स्वास्थ्य उत्पादों के प्रति जागरूकता और स्वीकार्यता बढ़ रही है। सर्वे में शामिल करीब आधे लोग या तो इनका उपयोग कर रहे हैं या इन्हें आजमाने की इच्छा रखते हैं।
सेक्स लाइफ से 55% असंतुष्ट
सर्वे में शामिल 87% लोगों ने बताया कि उनके लिए भावनात्मक जुड़ाव एक महत्वपूर्ण पहलू है। जिससे यह साफ होता है कि यह सिर्फ शारीरिक संबंधों तक सीमित नहीं है, बल्कि गहरे रिश्तों पर भी निर्भर करता है। इन बदलावों के बावजूद, एक आंकड़ा खासतौर पर ध्यान आकर्षित करता है। सर्वे रिपोर्ट बताती है कि 55% भारतीय अधिक सेक्स की इच्छा रखते हैं। इन 55% भारतीयों में असंतोष सिंगल्स, कपल्स और शादीशुदा लोग भी शामिल हैं।
पुरुष या महिलाएं, कौन ज्यादा असंतुष्ट?
यह डेटा इस मिथक को तोड़ता है कि शादी इंटीमेसी से जुड़ी समस्याओं का समाधान है। सर्वे में शामिल 59% शादीशुदा लोगों ने माना कि वे अब भी एक संतोषजनक सेक्स लाइफ की कमी महसूस करते हैं। दिलचस्प बात यह है कि महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में थोड़ा अधिक असंतोष व्यक्त किया। इसमें 60% महिलाएं और 53% पुरुष अपनी सेक्स लाइफ से संतुष्ट नही हैं।
इस सर्वे में Tier 1 के मेट्रो शहरों से लेकर Tier 3 छोटे नगरों और ग्रामीण इलाकों को शामिल किया गया था। जिसके बाद शहरी और ग्रामीण भारत में इंटीमेसी की स्थिति पर यह रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट 500 से अधिक शहरों और कस्बों को कवर किया गया है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 14 January 2025 at 16:17 IST