अपडेटेड 14 February 2025 at 13:34 IST

साणंद-नलसरोवर कॉरिडोर बन रहा है रियल एस्टेट में निवेश का सर्वश्रेष्ठ गंतव्य

अहमदाबाद से बेहतर कनेक्टिविटी और बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण यह क्षेत्र निवेशकों और घर खरीदने वालों के लिए आदर्श विकल्प बन रहा है।

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Sanand-Nalsarovar Corridor | Image: Sanand-Nalsarovar Corridor

अहमदाबाद से मात्र 45 मिनट की दूरी पर स्थित साणंद-नलसरोवर कॉरिडोर रियल एस्टेट निवेश और विकास का नया केंद्र बन रहा है। जग प्रसिद्ध नलसरोवर बर्ड सेंचुरी और प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर यह क्षेत्र आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और पर्यावरण संरक्षण के संतुलन के साथ तेजी से विकसित हो रहा है। सरकारी योजनाओं और निजी निवेश के बढ़ते रुझान से यह इलाका ईको-टूरिज्म, प्रीमियम रियल एस्टेट और सतत विकास का केंद्र बनने जा रहा है।

अब तक अपनी शांत झील और 200 से अधिक प्रवासी पक्षियों के कारण पर्यटन का केंद्र रहा साणंद-नलसरोवर बेल्ट, अब निवेश और आवासीय विकास के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन रहा है। अहमदाबाद से बेहतर कनेक्टिविटी और बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण यह क्षेत्र निवेशकों और घर खरीदने वालों के लिए आदर्श विकल्प बन रहा है।

गुजरात के अग्रणी रियल एस्टेट डेवलपर्स राजयश ग्रुप और समर्थ बिल्डकॉन के डायरेक्टर्स ने बताया कि गुजरात सरकार ने इस क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर, टूरिज्म और शहरीकरण पर सतत फोकस किया है, जिससे यह कॉरिडोर निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ गंतव्यों में शामिल हो गया है। रियल एस्टेट विशेषज्ञों के अनुसार, इस क्षेत्र में आजकल इको-फ्रेंडली परियोजनाओं की मांग बढ़ रही है, जिसमें निवेश बढ़ रहा है तथा रिटर्न भी अच्छा है।

एक महत्वपूर्ण बात यह है कि पश्चिमी अहमदाबाद सहित अन्य क्षेत्रों की तुलना में यहां ज़मीन के दाम किफायती हैं और आने वाले वर्षों में इसके 4 से 5 गुना बढ़ने की संभावना है। इसके अलावा, वीकेंड होम्स, लग्ज़री विला और ग्रीन रिट्रीट की मांग भी तेज़ी से बढ़ रही है।

औद्योगिक केंद्र साणंद के करीब होने से इस क्षेत्र में रियल एस्टेट की मांग काफी बढ़ रही है। कई कॉर्पोरेट कंपनियों के आने से पेशेवरों के लिए बेहतरीन आवासीय विकल्प उपलब्ध हो रहे हैं, जिससे प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ रही हैं।

गुजरात सरकार द्वारा इस क्षेत्र में सड़क नेटवर्क में किए गए बड़े निवेश के कारण अहमदाबाद और अन्य औद्योगिक बेल्ट तक आने-जाने का समय घटा है। साथ ही, वॉटर मैनेजमेंट, वेस्ट मैनेजमेंट और ग्रीन स्पेस के विकास पर भी जोर दिया जा रहा है, जिससे यह क्षेत्र इको-सेंसिटिव अर्बनाइजेशन का उत्तम उदाहरण बन सके।
विकास के इन नए आयामों के बीच "Roseate Roots" नामक एक नया रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट, राजयश ग्रुप और समर्थ बिल्डकॉन के संयुक्त उपक्रम के रूप में शुरू किया गया है। अहमदाबाद से 45 मिनट और नलसरोवर से 20 मिनट की दूरी पर स्थित यह प्रोजेक्ट साणंद-नलसरोवर रोड पर रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में मील का पत्थर साबित होगा।

Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 14 February 2025 at 13:33 IST