अपडेटेड 13 January 2023 at 16:30 IST
Indian Army में बढ़ेगा महिला अधिकारियों का रोल, आर्टिलरी रेजिमेंट में भर्ती का रास्ता हुआ साफ
सेना ने महिला अधिकारियों की आर्टिलरी रेजिमेंट (Women Officers in Artillery Regiment) में भर्ती की अनुमति दी है।
भारतीय सेना (Indian Army) में महिलाओं की भूमिका का विस्तार किया जा रहा है। पहले महिला अधिकारियों को परमानेंट कमीशन (PC), फिर NDA में लेडी कैडेट्स की एंट्री और अब सेना ने महिला अधिकारियों की आर्टिलरी रेजिमेंट (Women Officers in Artillery Regiment) में भर्ती की अनुमति दी है। हाल ही में कैप्टन शिवा चौहान पहली महिला अधिकारी बनीं, जिन्हें दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में तैनाती मिली।
अब आर्टिलरी रेजीमेंट में महिला अधिकारियों की भर्ती की अनुमति देने के बाद से सेना में महिला अधिकारियों के लिए कॉम्बैट रोल के लिए तैनाती का रास्ता खुल गया है। आर्टिलरी रेजिमेंट कॉम्बैट फोर्स (इंफ्रेंट्री) के सपोर्ट की एक प्रमुख शाखा है। इस प्रस्ताव को औपचारिक मंजूरी के लिए सरकार के पास भेज दिया गया है।
पहले इन रोल में होती थी महिला अधिकारियों की तैनाती
महिला अधिकारी कोर ऑफ इंजीनियर्स, आर्मी एयर डिफेंस, आर्मी एविएशन, कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स, इंटेलिजेंस कॉर्प्स, आर्मी सर्विस कॉर्प्स, आर्मी ऑर्डनेंस कॉर्प्स, आर्मी एजुकेशनल कॉर्प्स, जज एडवोकेट जनरल डिपार्टमेंट, आर्मी मेडिकल कॉर्प्स (AMC), आर्मी डेंटल कॉर्प्स (ADC) में पहले से ही गर्व से सेवाएं दे रही हैं। इसके साथ ही मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (MNS) महिलाओं के लिए एक विशेष कैडर है।
महिलाओं को समान अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से, भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों को उनके पुरुष समकक्षों के बराबर परमानेंट कमीशन (PC) देना शुरू कर दिया है। जिन महिला अधिकारियों को PC दी गई है, वे टॉप लीडरशिप सेवाओं में अपनी भूमिका बेहद प्रमुखता के साथ निभा रही हैं। इसके साथ ही वे स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम और चुनौतीपूर्ण सैन्य ऑपरेशंस में भी मजबूती से भाग ले रही हैं। इसके साथ ही जूनियर बैच में भी महिला अधिकारियों के लिए परमानेंट कमीशन शुरू हो गया है, जिसमें उनकी सेवा के 10वें साल में PC के लिए विचार किया जाता है।
वर्तमान में कर्नल रैंक (सिलेक्शन बोर्ड 3) में कमांड असाइनमेंट के लिए महिला अधिकारियों का चयन जारी है। इन महिला अधिकारियों के नए कार्यभार के लिए जल्द ही पोस्टिंग आदेश जारी किए जाएंगे। साथ ही "नारी शक्ति" को बढ़ावा देने की एक अन्य पहल में, भारतीय सेना ने अब तक मिशन ओलंपिक कार्यक्रम के तहत 6 महिला खिलाड़ियों की भर्ती की है।
बता दें कि भारतीय सेना एक जेंडर-न्यूट्रल फोर्स है, जो सभी अधिकारियों को समान अवसर प्रदान करती है। पिछल तीन दशकों में महिला अधिकारियों के कैडर में लगातार वृद्धि देखी गई है। महिला अधिकारियों की तैनाती के अवसर बढ़ाने के लिए प्रगतिशील कदम उठाए जा रहे हैं।
कारगिल युद्ध में रेजीमेंट ने निभाई थी अहम भूमिका
बताते चलें कि 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान आर्टिलरी रेजीमेंट ने बेहद अहम भूमिका निभाई थी। रेजीमेंट के सूरमाओं ने अपनी बंदूकों से ऊंचे पहाड़ी बंकरों में बैठे पाकिस्तानी सैनिकों के पांव उखाड़ दिए थे।
Published By : Nripendra Singh
पब्लिश्ड 13 January 2023 at 16:30 IST