अपडेटेड 18 January 2024 at 18:47 IST

1990 में की थी वायुसेना के 4 जवानों की हत्या, अब मामले में ये गवाही बढ़ाएगी यासीन मलिक की मुश्किलें

Jammu Kashmir: 25 जनवरी, 1990 को भारतीय वायुसेना कर्मियों के एक समूह पर गोलियां चलाई गई। हमले में वायु सेना के चार अधिकारियों की मौत हो गई थी।

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वायुसेना के जवानों की हत्या का मामला | Image: PTI

Yasin Malik News: जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) प्रमुख यासीन मलिक की मुश्किलें फिर बढ़ने वाली हैं। साल 1990 में भारतीय वायुसेना के चार अधिकारियों की हत्या मामले में एक गवाह ने हमलावर के तौर पर उसकी पहचान कर ली है।

खबर में आगे पढ़ें...

  • वायुसेना के जवानों पर चलाई गई थीं गोलियां
  • हमले में चार जवानों की हुई थी मौत
  • मामले में बढ़ेंगी यासीन मलिक की मुश्किलें?

गवाह ने की यासीन मलिक की पहचान

गुरुवार (18 जनवरी) को एक प्रत्यशदर्शी ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की स्पेशल अदालत के सामने गवाही दी। उन्होंने 25 जनवरी 1990 को घटी के बारे में बताया। इस दौरान यासीन मलिक दिल्ली की तिहाड़ जेल से वीडियो के जरिए अदालती कार्यवाही में पेश हुआ।

वायुसेना के जवानों पर चलाई थी गोलियां

बता दें कि साल 1990 में कश्मीर पंडितों पर आतंकियों ने बर्बरता की हद पार की गई थीं। उन्हें कश्मीर छोड़कर जाने को मजबूर किया गया। इस दौरान भारतीय वायुसेना कर्मियों के एक समूह पर गोलियां चलाई गई। हमले में वायु सेना के चार अधिकारियों की मौत हो गई थी। इस दौरान वायुसेना के पूर्व कर्मी राजवार उमेश्वर सिंह आतंकी हमले में बच गए थे। उन्होंने अदालत कक्ष में यासीन मलिक को मुख्य हमलावर बताया।

श्रीनगर के बाहरी इलाके रावलपुरा में 25 जनवरी, 1990 को ये घटना घटी थीं। हमले में स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना समेत चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 लोग घायल हो गए थे। तब भारतीय वायुसेना के कर्मचारी ड्यूटी के लिए पुराने श्रीनगर हवाई क्षेत्र में अपने वाहन का इंतजार कर रहे थे, तभी आतंकवादियों की गोलीबारी का शिकार हुए। मामले में यासीन मलिक और पांच अन्य के खिलाफ 31 अगस्त, 1990 को जम्मू में टाडा अदालत के समक्ष आरोपपत्र दाखिल किया गया था।

यासीन मलिक के अलावा वायुसेना कर्मियों की हत्या में शामिल अन्य आरोपियों में जेकेएलएफ से जुड़े अली मोहम्मद मीर, मंजूर अहमद सोफी उर्फ मुस्तफा, जावेद अहमद मीर उर्फ ‘नलका’, शौकत अहमद बख्शी, जावेद अहमद जरगर और नानाजी शामिल हैं।

CBI की वरिष्ठ लोक अभियोजक मोनिका कोहली ने कहा, ‘‘यह मामले में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। अभियोजन पक्ष के गवाह ने गोलीबारी के लिए मलिक की पहचान की है।’’

(इनपुट- पीटीआई)

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 18 January 2024 at 18:47 IST