अपडेटेड 10 February 2024 at 10:39 IST

Bharat Ratna: भारत रत्न पाने वालों को मिलती हैं कौन सी सुविधाएं, क्या है नाम चुने जाने की प्रक्रिया?

Bharat Ratna: भारत रत्न देश का सबसे बड़ा सम्मान है और इसकी शुरुआत 1954 से की गई थी। अभी तक 53 हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है।

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भारत रत्न पुरस्कार | Image: Video Grab/Sansad TV

Bharat Ratna Benefits: भारत रत्न यानी देश का सबसे बड़ा सम्मान, जिसके लिए पिछले दिन तीन बड़ी हस्तियों के नाम चुने गए। देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव, मशहूर वैज्ञानिक और देश में हरित क्रांति के जनक डॉक्टर एमएस स्वामीनाथन, इन 3 हस्तियों को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।

भारत रत्न देश का सबसे बड़ा सम्मान है और इसकी शुरुआत 1954 से की गई थी। अभी तक 53 हस्तियों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है।

भारत रत्न की शुरुआत और नाम चुनने की प्रक्रिया

भारतीय गृह मंत्रालय की साइट उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, भारत रत्न सम्मान के लिए जाति, व्यवसाय, पद और लिंग भेदभाव नहीं किया जाता है। ये सर्वोच्च सम्मान समाज के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा या उच्चतम स्तर के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है। राजनीति, कला, साहित्‍य और विज्ञान के क्षेत्र में किसी विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक या समाजसेवी को ये सम्मान दिया जाता है।

भारत रत्न के लिए देश के प्रधानमंत्री की तरफ से नामों की सिफारिश राष्ट्रपति को की जाती है। इस पुरस्कार के लिए किसी औपचारिक अनुशंसा की आवश्यकता नहीं है। इस सम्मान को देते समय राष्ट्रपति की तरफ से एक प्रमाण पत्र और एक तमगा दिया जाता है।

इस सम्मान को देते समय कोई धनराशि नहीं दी जाती है।

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भारत रत्न मिलने वाले क्या सुविधाएं?

भारत रत्न से सम्मानित हस्तियों को सरकारी महकमे में सुविधाएं मुहैया होती हैं। यहां तक कि अहम सरकारी कार्यक्रमों का भी न्योता उन्हें मिलता है। राज्य सरकारें भी भारत रत्न से सम्मानित हस्तियों को सुविधाएं मुहैया कराती हैं।

इतना ही नहीं, सरकारी प्रोटोकॉल के तहत राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, पूर्व राष्ट्रपति, उप-प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, लोकसभा अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और संसद में विपक्ष के नेताओं के बाद भारत रत्न से सम्मानित हस्तियों को जगह दी जाती है।

नाम से पहले या बाद में जोड़ नहीं सकते भारत रत्न

संविधान के अनुच्छेद 18(1) के अनुसार, भारत रत्न सम्मान को प्राप्तकर्ता के नाम के आगे या बाद में नहीं जोड़ा जा सकता है। हालांकि भारत रत्न पाने वाले व्यक्ति अपने बायो, विजिटिंग कार्ड में इसे जरूर जोड़ सकते हैं, लेकिन इसके लिए भी उन्हें- 'राष्ट्रपति द्वारा भारत-रत्न से सम्मानित या भारत-रत्न प्राप्तकर्ता।'

भारत रत्न के बारे में और भी

2 जनवरी 1954 को भारत रत्न देने की शुरुआत हुई और इसकी शुरुआत तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी।

भारत में सबसे पहला सबसे पहला भारत रत्न सम्मान चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और वैज्ञानिक डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन को मिला था। चक्रवर्ती राजगोपालाचारी स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल थे। 1954 में तीनों को ये सम्मान मिला था।

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Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 10 February 2024 at 10:11 IST