अपडेटेड 14 August 2024 at 10:45 IST
BREAKING: कोलकाता रेप केस की जांच के लिए पहुंची CBI, होंगे अस्पताल स्टाफ और परिजन के बयान दर्ज
West Bengal: कोलकाता रेप केस में सीबीआई अब अपने तरीके से तफ्तीश शुरू करेगी और ठीक इसी तरह सीबीआई की फॉरेंसिक टीम भी मौके से नए सिरे से सबूत इकट्ठा करेगी।
Kolkata Rape Case: कोलकाता की लेडी डॉक्टर से रेप और मर्डर का मामला अब सीबीआई ने पूरी तरह से टेकओवर कर लिया। कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश के कुछ ही घंटों बाद सीबीआई ने जांच अपने हाथों में ले ली। अभी सीबीआई की टीम कोलकाता पहुंच गई है। कोलकाता रेप केस में सीबीआई अब अपने तरीके से तफ्तीश शुरू करेगी और ठीक इसी तरह सीबीआई की फॉरेंसिक टीम भी मौके से नए सिरे से सबूत इकट्ठा करेगी। सीबीआई दिल्ली से एक विशेष मेडिकल और फोरेंसिक टीम के साथ भी पहुंची है।
सूत्रों ने बताया है कि कोलकाता रेप केस में सीबीआई की जांच का एंगल होगा कि क्या इस जघन्य वारदात में एक ही शख्स शामिल था या उससे ज्यादा। सीबीआई अस्पताल के स्टाफ, परिवार और मौके पहुंचने वाले लोगों के बयान दर्ज करेगी। इसके अलावा जांच अधिकारी और पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर्स से भी बातचीत को सकती है। सूत्र बताते हैं कि अगले कुछ दिनों तक सीबीआई की टीम कोलकाता में ही कैंप करेगी। कोर्ट से आदेश लेकर गिरफ्तार आरोपी से भी नए सिरे से पूछताछ हो सकती है।
कोलकाता पुलिस की जांच पर उठे थे सवाल
पीड़ित परिवार के साथ ही प्रदर्शनकारी डॉक्टर भी इस कांड की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। आरोप है कि बंगाल पुलिस की जांच के दौरान कुछ ऐसे सवाल उभरे थे, जिनके जवाब उसके पास भी नहीं थे। इसके अलावा पुलिस पर भी आरोप लगे कि हैवानियत भरी इस घटना की जांच में कोलकाता पुलिस लापरवाही कर रही थी, जिसके बाद इस मामले को लेकर कोलकाता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया था। कलकत्ता हाईकोर्ट ने मंगलवार को 9 अगस्त को ट्रेनी महिला डॉक्टर के यौन उत्पीड़न और हत्या की सीबीआई जांच का आदेश दिया। अदालत ने कोलकाता पुलिस से सभी दस्तावेज तत्काल सीबीआई को सौंपने को कहा।
कोलकाता रेप कांड से पूरे देश में आक्रोश
9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर मृत पाई गई थी। परिवार ने आरोप लगाया कि पीड़िता के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। कोलकाता की घटना का पूरे देश में विरोध हो रहा है। खासकर डॉक्टर्स आक्रोशित हैं और इसका असर कोलकाता से दिल्ली तक दिखाई देता है। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (एफएआईएमए) की ओर से महिला डॉक्टर के यौन उत्पीड़न और हत्या के खिलाफ एकजुटता में मंगलवार से ओपीडी सेवाओं के राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान करने के बाद डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों ने एम्स दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 14 August 2024 at 10:06 IST