अपडेटेड 30 August 2024 at 22:38 IST
गुजरात में भादर नदी के जलस्तर में वृद्धि, पोरबंदर में बाढ़ जैसे हालात; अब चक्रवात की भी आशंका
गुजरात में भारी बारिश के कारण भादर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है, जिससे पोरबंदर में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है।
Gujarat News: गुजरात में भारी बारिश के कारण भादर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है, जिससे पोरबंदर में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। राज्य के कई अलग अलग क्षेत्रों में भी जलभराव और बाढ़ का खतरा बना हुआ है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
गुजरात के ज्यादा तर हिस्सों में शुक्रवार को बारिश में कुछ कमी जरूर आई, लेकिन प्रमुख नदियों के उफान पर होने से राज्य के कस्बों और गांवों में जलभराव की समस्या बनी हुई है। राज्य आपात अभियान केंद्र (SEOC) के अनुसार, राज्य के कुछ स्थानों पर ही 15 से 26 मिलीमीटर के बीच बारिश दर्ज की गई, जबकि अन्य हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी हुई। गिर सोमनाथ, देवभूमि द्वारका और बनासकांठा के कुछ क्षेत्रों में भी हल्की बारिश दर्ज की गई है।
IMD की चेतावनी और चक्रवात की आशंका
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि कच्छ क्षेत्र के ऊपर बना गहरा दबाव चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। कच्छ के मुंद्रा तालुका और अन्य क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। जिला प्रशासन ने कच्छ के मांडवी, भुज, और अंजार क्षेत्रों में अस्थायी घरों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया है।
वडोदरा शहर की स्थिति में सुधार
वडोदरा शहर, जहां विश्वामित्री नदी के उफान के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी, अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार, नदी का जलस्तर 23.16 फुट पर आ गया है, जो पहले खतरे के निशान से ऊपर बह रहा था। सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए लोगों में से कई अपने घरों को लौट चुके हैं।
चक्रवात 'असना' का संभावित असर
अगर कच्छ क्षेत्र में बना गहरा दबाव चक्रवाती तूफान में बदलता है, तो इसे 'असना' नाम दिया जाएगा, जो पाकिस्तान द्वारा सुझाया गया नाम है। आईएमडी ने समुद्र की स्थिति को लेकर भी चेतावनी जारी की है, जिसमें ऊंची लहरों और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है। इस दौरान, गुजरात के तटीय क्षेत्रों में 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है, जिससे वहां के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 30 August 2024 at 22:38 IST